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सेक्सॉल्व: 'मैं गे हूं, मेरे मां-बाप चाहते हैं कि मैं शादी कर लूं'

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(चेतावनी: कुछ प्रश्न आपको विचलित कर सकते हैं. पाठक को पढ़ने से पहले विवेक का इस्तेमाल करने की सलाह दी जाती है.)

सेक्सॉल्व समता के अधिकार के पैरोकार हरीश अय्यर का फिट पर सवाल-जवाब पर आधारित कॉलम है.

अगर आपके मन में सेक्स, सेक्स के तौर-तरीकों या रिलेशनशिप से जुड़े कोई सवाल हैं, और आपको किसी तरह की सलाह की जरूरत है, किसी सवाल का जवाब चाहते हैं या फिर यूं ही चाहते हैं कि कोई आपकी बात सुन ले- तो हरीश अय्यर को लिखें, और वह आपके लिए ‘सेक्सॉल्व’ करने की कोशिश करेंगे. आप sexolve@thequint.com पर मेल करें.

पेश हैं इस हफ्ते के सवाल-जवाबः

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‘मैं गे हूं, मेरे मां-बाप चाहते हैं कि मैं शादी कर लूं.’

डियर रेनबोमैन,

मैं चेन्नई में रहने वाला 32 वर्षीय युवक हूं. किशोर उम्र बीतने के साथ मुझे एहसास हुआ कि मैं गे हूं. मगर इस बात को लेकर मैं कतई सहज नहीं था. जैसे-जैसे समय बीतता गया मैं इस हकीकत को मानता गया.

25 साल की उम्र में मैंने अपने मां-बाप के सामने हकीकत रखी. हम लोग एक मध्यमवर्गीय परिवार से हैं. मेरे मां-बाप बहुत भले और अच्छे हैं. लेकिन मोटे तौर पर इस बात से अनजान हैं कि अलग-अलग सेक्स रुझान वाले लोग भी होते हैं.

मेरी बात सुनकर वे हिल गए. फिर भी उन्होंने इसको अच्छी तरह से लिया और मुझे ढाढ़स दिया.

अब इस समय मुझ पर एक लड़की से शादी करने के लिए दबाव डाल रहे हैं. वह कहते हैं कि, “ऐसा हो सकता है, कुछ नहीं होगा. तुम्हारे बच्चे होंगे और उसके बाद सेक्स का रुझान बहुत मायने नहीं रखता क्योंकि तुम दोनों बच्चों और परिवार में व्यस्त हो जाओगे.”

मैं चाहता हूं कि वे इस हकीकत को कायदे से समझ लें कि मैं गे हूं लेकिन उनके शादी के बारे में जोर देने के लिए उन्हें दोष नहीं दे सकता क्योंकि अगर मैं शादी नहीं करूंगा तो उन्हें समाज की नुक्ताचीनी का सामना करना पड़ेगा. लेकिन फिर भी मैंने किसी लड़की से शादी नहीं करने का फैसला किया है. मैं किसी के साथ कतई ऐसा नहीं कर सकता. ये बातें मैंने अपने मां-बाप से भी कह दी हैं. मैं आपसे कुछ जानना चाहता हूं.

  • मैं उन्हें मेरी शादी के ख्याल को छोड़ देने और कुंवारा रहकर खुश रहने के लिए कैसे राजी कर सकता हूं? मेरे मां-बाप दुनिया में सबसे प्यारे हैं और मैं असल में उन्हें दुख नहीं पहुंचाना चाहता. मैं सिर्फ इतना चाहता हूं कि वे इस हालत में भी किसी तरह खुश रहें.

  • मुझे लगता है कि किसी और से नहीं बल्कि मुझे आपसे पूछना चाहिए, क्या लड़की से शादी करना सही है? यह देखते हुए कि इससे काम चल सकता है और इससे मेरे मां-बाप को होने वाले दुख से भी बचा जा सकता है.

  • मैं किसी भले लड़के के साथ घर बसाना चाहता हूं लेकिन भारत का माहौल इसके लिए सही नहीं है. इसलिए अविवाहित रहने का फैसला किया है. क्या यह एक अच्छा फैसला है? क्या कोई अकेले रहकर जिंदगी गुजार सकता है? मुझे और कोई रास्ता नजर नहीं आता है.

(अंतिम बात- मैं इस मुद्दे पर लेख तलाश रहा था और इस दौरान आपका लेख मिला. यह अच्छा है.)

सादर,

चेन्नई का नौजवान

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डियर चेन्नई के नौजवान,

मुझे मेल लिखने के लिए आपका बहुत-बहुत शुक्रिया. मुझे लगता है कि किसी और के सामने खुद को उजागर करने के मुकाबले खुद के सामने उजागर होना ज्यादा जरूरी है और मुझे पढ़कर खुशी हुई कि आप खुद को जान गए हैं.

जब हम अपने मां-बाप के सामने खुद को जाहिर करते हैं, तो कभी-कभी हमारे मां-बाप एक खोल में घुस जाते हैं.

वैसे जाहिर तौर पर इसमें कई मददगार हो सकते हैं, लेकिन इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता है कि “लोग क्या कहेंगे” जैसे सवाल उन्हें परेशान कर सकते हैं.

उन्हें अपने खोल से बाहर आने के लिए मौका और वक्त दें. विपरीत जेंडर वाले शख्स से शादी की संभावना को खत्म करते हुए इसके चलते उनके साथ अपने रिश्तों को खराब न होने दें.

अपनी बात आक्रामक तरीके से समझाने के लिए उन पर दवाब न डालें. इस सच्चाई को कुबूल करें कि पूरी स्वीकृति, जैसा कि आप चाहते हैं, उसमें कुछ समय लग सकता है.

आपका किसी महिला से शादी नहीं करने का फैसला सही है. अगर दिखावे का रिश्ता हो, तो चीजें कभी बेहतर नहीं होतीं.

मैं चीजों को उसी तरह पेश करने की कोशिश कर रहा हूं, जैसा मैं देख रहा हूं. यह थोड़ा सख्त हो सकता है.

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मेरा मानना है कि शादी सिर्फ और उलझनें पैदा करेगी. आप शादी करेंगे, और आप अपनी पत्नी के साथ सेक्स करेंगे या अपनी पत्नी के साथ सेक्स नहीं करेंगे.

आपकी पत्नी एक इंसान है, उसकी अपनी ख्वाहिशें हो सकती हैं और अपनी सेक्स जरूरतें हो सकती हैं.

साथ ही आपकी जन्मजात सेक्सुअलटी खत्म नहीं होगी.

कल्पना कीजिए, आप जिस महिला से शादी करते हैं, वह आपके खिलाफ अदालत में जाती है और कहती है कि आपने उसकी जिंदगी बर्बाद कर दी है, तो आपको कैसा लगेगा? क्योंकि वह कुछ भी झूठ नहीं कह रही होगी.

मुझे बताएं कि आपके मां-बाप को कैसा लगेगा जब उन्हें पता चलेगा कि आपने केवल इसलिए हां कहा था, क्योंकि उन्होंने आपसे ऐसा करने को कहा था.

आपने किसी महिला से शादी न करने का फैसला कर एक महिला की जिंदगी बचाई है. आपने अपने मां-बाप की इज्जत और अपने आत्म सम्मान की भी हिफाजत की है.
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झूठ और कपट से बनाए घर में कभी कोई सुखी नहीं रह सकता.

ऐसा ना करें.

आपको पसंद का पुरुष मिल जाएगा. इंशाअल्लाह हो सकता है कि कुछ सालों में आप अपने ही जेंडर के किसी शख्स से शादी भी कर सकें.

शादी सिर्फ एक कानूनी अनुबंध है. आपको पुरुष से प्यार करने और सार्थक रिश्ते बनाने से कोई नहीं रोक सकता.

दुनिया में हर तरह के लोग हैं. अपने जैसे लोगों को चुनें.

LGBTIQ माता-पिताओं का एक सपोर्ट ग्रुप है जिसे “स्वीकार- द रेनबो पेरेंट्स (Sweekar - The Rainbow Parents)” कहा जाता है. मेरी मां इस समूह के संस्थापक सदस्यों में से एक हैं, जिसमें LGBTIQ व्यक्तियों के करीब 100 माता-पिता सदस्य हैं.

अगर मेरी मां या कोई अन्य मां आपके मां-बाप से बात करें, तो क्या इससे कुछ मदद मिलेगी? प्लीज उन्हें उनके फेसबुक पेज www.fb.com/sweekartherainbowparents पर एक पर्सनल मैसेज लिखें. वे जरूर जवाब देंगे.

यह मां-बाप के लिए मां-बाप का बनाया एक ग्रुप है. शायद आपके मां-बाप ऐसे लोगों के बीच जाना चाहें जिन्होंने उनकी जैसी मुश्किल का सामना किया है.

शुरू में झिझक हो सकती है, लेकिन अंत में उन्हें अपने जैसे मां-बाप से मिलना अच्छा लग सकता है.

जहां तक प्यार पाने या सिंगल रहने की बात है- मैं 42 साल का हूं. मैं गे हूं और फिलहाल सिंगल हूं.

मैं अभी हाल तक दो जबरदस्त रिलेशनशिप में रहा हूं, जिनमें से एक के साथ मैं एक ही घर में रहता था, और दूसरा मुझे इतना प्यारा था कि मेरी कलाई पर उसके नाम का टैटू है.

मैं सिंगल हूं और किसी से भी जुड़ने को तैयार हूं. लेकिन मैं सिंगल रहकर भी खुश हूं.

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पहले मैं बूढ़ा होने पर अकेला रहने से डरता था. अब जबकि मैं सच में बूढ़ा हो रहा हूं, मुझे यकीन है कि मैं अपनी सिंगल हालत में भी खुश रह सकता हूं. सिर्फ इसलिए कि मैं सिंगल हूं, मुझे किसी ऐसे शख्स से शादी/डेट करने की जरूरत नहीं है जिसे मैं असल में पसंद नहीं करता.

तुम्हें प्यार मिलेगा, मेरे दोस्त. बस खुद को प्यार को महसूस करने दो और प्यार को आत्मसात करो और दूसरों को भी दो. जितना ज्यादा आप प्यार का खर्च करेंगे, आप अपनी जिंदगी में नई संभावनाओं तक विस्तार करेंगे.

मुस्कान के साथ

रेनबोमैन

अंतिम बातः दुखी विवाहित होने के बजाय खुशी से अविवाहित रहना ज्यादा बेहतर है. सही है न?

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‘मेरे पिता नशे में थे, तो क्या यह सेक्सुअल असॉल्ट नहीं कहा जाएगा?’

डियर रेनबोमैन,

मैं 25 साल की युवती हूं. मेरे ही पिता ने मेरे साथ एब्यूज किया.

वह नशे में घर आए और गुस्से में जानबूझकर मुझे नीचे गिरा दिया और इससे पहले कि मैं समझ पाती, उन्होंने मेरे ब्रेस्ट को दबा दिया.

अगले दिन उन्होंने ऐसा जताया जैसे उन्हें पता ही नहीं कि बीती रात क्या हुआ था. हो सकता है उन्होंने जानबूझकर नहीं किया या शायद जानबूझकर किया. उन्होंने यह होश में नहीं किया, या होश में किया. हो सकता है वह सचमुच नशे में थे.

वैसे वह मुझे प्यार करते हैं. ऐसी घटना सिर्फ एक रात ही हुई थी. हो सकता है उन्हें याद नहीं हो. शायद उन्होंने सोचा कि मैं मां हूं? नशे में लोगों को चीजें याद नहीं रहती हैं?

क्या आप मेरी मदद कर सकते हैं. मेरे सिर में तूफान मचा है. मैं भूल नहीं पा रही.

परेशान महिला

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डियर फ्रेंड,

मुझे लिखने के लिए शुक्रिया. मैं खुद रेप सर्वाइवर हूं और हालांकि मैं यह समझने का दावा नहीं कर सकता कि आप किस दौर से गुजर रही होंगी, फिर भी मैं आपको कह सकता हूं कि जब मेरा यौन उत्पीड़न किया गया था, मुझे कैसा महसूस हुआ था. तो मेरी पहली प्रतिक्रिया किसी तरह उस घटना से खुद को आजाद करने का रास्ता खोजने की थी.

जैसे-जैसे समय आगे बढ़ा मैंने लोगों को शक का फायदा देना शुरू कर दिया और मैंने उन लोगों में अच्छाई की तलाश में बहुत वक्त खर्च किया, जिन्होंने असल में मुझे मेरी जिंदगी के सबसे भयानक अनुभव दिए.

मैंने असल तथ्य कि एब्यूज इसलिए हुआ क्योंकि एब्यूज करने वाले ने एब्यूज किया, को छोड़कर एब्यूज को हर चीज से जोड़ा.

बहुत से लोग खुद को घटना से अलग करने की कोशिश करते हैं और अपने करीबी पर इल्जाम नहीं लगाने की वजहें ढूंढते हैं. क्योंकि हमें यह मानने में तकलीफ होती है कि किसी करीबी ने ऐसा किया.

हमें यह सोचने में दुख होता है कि वे होशो-हवाश में ऐसा कर सकते हैं और इसलिए हम यह मान लेंगे कि उन्होंने ऐसा सिर्फ शराब के नशे में किया था.

सच तो यह है कि उन्होंने गलती से ऐसा नहीं किया. उन्होंने ऐसा ही किया. और उन्होंने जो किया वह यूं ही नहीं हुआ.

क्या आपने यह बात किसी और को बताई है? क्या आपके पास भरोसेमंद और करीबी दोस्त हैं? यह उन लोगों का अपना मददगार घेरा बनाने में मदद करेगा, जो भावनात्मक और शारीरिक रूप से आपके साथ हैं. जो लोग आपकी बातें सुनने वाले हो सकते हैं.

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काउंसलिंग से मदद मिलती है. मेंटल हेल्थ का ध्यान रखना जरूरी है. आपका दिमाग इस घटना को बार-बार याद करते हुए थक गया होगा.

आपने इस घटना के बारे में कई बार सोचा होगा, और हर बार लोगों को डरावना लगता है. एक अच्छा मेंटल हेल्थ प्रोफेशनल अच्छा श्रोता होता है, जो आपकी जिंदगी को एक नई रोशनी में देखने में आपकी मदद करेगा ताकि आप उबर सकें.

आप rahifoundation.org साइट पर जाएं. आप उनसे संपर्क कर सकती हैं.

इसके अलावा मैं पुरजोर सलाह दूंगा हूं कि जब महामारी की हालत में सुधार हो, तो आप अपने मां-बाप से कुछ समय के लिए अलग रहें और कहीं छुट्टी पर जाएं.

अपनी जिंदगी का रास्ता तय करें. हो सकता है आजाद रहकर जीने के बारे में सोचें. शायद, अपने पिता से दूर रहने से आपको मदद मिल सकती है?

सादर,

रेनबोमैन

अंतिम बातः प्लीज किसी काउंसलर से मिलें. प्लीज जरूर मिलें.

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‘ट्रोल के बोल: क्या गे लोग हर समय सेक्स करते हैं.'

सुनो,

मैंने सुना है कि आप लोग हर समय सेक्स करते हैं. क्या आप होमो लोग सेक्स के लिए चार्ज करते हैं?

एक अनजान ट्रोल

डियर अनजान ट्रोल

दुनिया जिंदगी और मौत के हालात से जूझ रही है और आपका पूरा ध्यान मेरी सेक्स लाइफ पर है. ट्रोलिंग सचमुच मेहनत का काम है.

गे लोग हर समय सेक्स नहीं करते हैं. लेकिन जिंदगी में मेरा इकलौता मकसद उतना ही सेक्स करना है, जितना आप मेरे करने की कल्पना कर सकते हैं.

वैसे, अगर आप पूरे समय मेरे सेक्स करते रहने की कल्पना कर रहे हैं– तो क्या मेरा खुद को– आपके सपनों की फैंटेसी कहना सही होगा?

और नहीं जानेमन, मैं सेक्स के लिए फीस नहीं लेता. अभी तक नहीं ली. लेकिन अगर मैं कभी करूंगा, तो मैं आपको याद करूंगा.

चलो अब, हैप्पी ट्रोलिंग!

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(हरीश अय्यर एलजीबीटी कम्युनिटी, महिलाओं, बच्चों और पशुओं के अधिकारों के लिए काम करने वाले एक समान अधिकार एक्टिविस्ट हैं.)

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