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FAQ|DGCI ने सर्वाइकल कैंसर के लिए भारत की पहली एचपीवी वैक्सीन को मंजूरी दी

SII का कहना है कि वह जल्द ही अपना सर्वाइकल कैंसर वैक्सीन लॉन्च करने के लिए तैयार है.

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भारतीय बायोटेक कंपनी सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया, देश में बने, सर्वाइकल कैंसर की पहली ह्यूमन पेपिलोमावायरस (एचपीवी) इनॉक्यूलेशन लॉन्च करने के लिए तैयार है.

12 जुलाई को, SII के सीईओ अदार पूनावाला ने घोषणा की कि वैक्सीन को भारत के DCGI और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा अप्रूव्ड (approved) किया गया है.

उन्होंने ट्विटर पर कहा, "पहली बार महिलाओं में सर्वाइकल कैंसर के इलाज के लिए एक भारतीय एचपीवी वैक्सीन होगी, जो कि सस्ती और सुलभ दोनों है."

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कंपनी ने जून में समीक्षा के लिए स्वास्थ्य अधिकारियों को उनके क्लिनिकल ​​ट्रायल से जुड़ा डेटा प्रस्तुत किया था.

एचपीवी कई तरह के जेनिटल इन्फेक्शन के लिए जिम्मेदार है. US CDC के अनुसार इससे सर्विक्स, वलवा, वजाइना और पीनिस का कैंसर भी हो सकता है.

हम इस सर्वाइकल कैंसर वैक्सीन (एचपीवी वैक्सीन) के बारे में क्या जानते हैं? यह किसके लिए है?

फिट आपके अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्नों का उत्तर देता है.

हम SII के सर्वाइकल कैंसर के टीके के बारे में क्या जानते हैं?

सीरम इंस्टीट्यूट का सर्वाइकल कैंसर वैक्सीन, CERVAVAC, एक क्वाड्रीवैलेंट HPV (qHPV) वैक्सीन है, जिसमें 6,11,16,18 सीरोटाइप के L1 VLPs शामिल होते हैं - जिसका अर्थ है कि यह इन 4 प्रकार के ह्यूमन पेपिलोमावायरस (HPV) से सुरक्षा प्रदान करता है.

कंपनी के अनुसार, उनका एचपीवी टीका विकासशील देशों में प्रचलित एचपीवी के खिलाफ लगभग 90 प्रतिशत की कवरेज देगा.

टीके का क्लीनिकल ट्रायल किस चरण में है?

रिपोर्टों के अनुसार, सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने वैक्सीन के चरण 2/3 क्लिनिकल ट्रायल पूरे कर लिए हैं, और परिणामी डेटा को मार्केट ऑथराइजेशन के लिए ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) को सौंप दिया गया है.

क्या यह भारत में सर्वाइकल कैंसर का पहला टीका है?

यह भारत में उपलब्ध पहला एचपीवी वैक्सीन नहीं है, पर यह देश में बना पहला ऐसा वैक्सीन है.

वर्तमान में, एचपीवी के टीके केवल भारत के निजी अस्पतालों में उपलब्ध हैं. दो HPV वैक्सीन जो भारत में उपलब्ध हैं, वो हैं CERAVIX (जीएसके फार्मास्यूटिकल्स द्वारा निर्मित) और गार्डासिल (एमएसडी फार्मास्यूटिकल्स), दोनों की कीमत प्रति खुराक 4000 रुपये तक है.

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एचपीवी वैक्सीन की जरूरत किसे है?

यूएस सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीसी) के अनुसार एचपीवी वैक्सीन 11 और 12 वर्ष की आयु के सभी बच्चों को देना चाहिए.

इसके अलावा, 26 वर्ष तक का कोई भी व्यक्ति इसे ले सकता है.

यूएस सीडीसी के अनुसार, 26 वर्ष से अधिक उम्र के सभी लोगों को डॉक्टर से परामर्श करने के बाद ही इसे लेना चाहिए.

SII का सर्वाइकल कैंसर का टीका कब उपलब्ध होगा?

एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार, अगर डीसीजीआई द्वारा इसे मंजूरी दे दी जाती है, तो वैक्सीन 2022 के अंत तक बाजार में आ सकता है.

(मिंट और एएनआई से इनपुट्स के साथ लिखित.)

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