केरल सरकार की ओर से राज्य में एक निपाह वायरस पॉजिटिव केस की पुष्टि की गई है. कोच्चि के एर्नाकुलम में एक प्राइवेट अस्पताल में 30 मई को भर्ती हुए एक 23 साल का युवक निपाह वायरस से संक्रमित है.
केरल सरकार ने लोगों से घबराने की बजाए सतर्क रहने की अपील की है.
केरल सीएम ऑफिस की अपील- घबराएं नहीं, निर्देशों का पालन करें
केरल सीएम ऑफिस की ओर से ट्वीट कर लोगों से अपील की गई है कि निपाह की खबर से घबराने की जरूरत नहीं है. सभी हेल्थ डिपार्टमेंट के बताए निर्देशों का पालन करें. निपाह को लेकर गलत जानकारी फैलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
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टेस्ट के लिए भेजा जाएगा दूसरे पेशेंट का सैंपल
केरल की स्वास्थ्य मंत्री केके शैलजा ने बताया कि निपाह के 86 संदिग्ध मरीजों में से 2 हॉस्पिटल में एडमिट हैं. निपाह संक्रमित पेशेंट का इलाज करने वाली दो नर्सों को गले में खराश और बुखार है. अब दूसरे पेशेंट का सैंपल नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ वायरोलॉजी अलाप्पुझा, मनिपाल लैबोरेटरी और NIV पुणे भेजा जाएगा.
अफसरों की टीम केरल रवाना, केंद्र की ओर से मदद का आश्वासन
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्ष वर्धन ने बताया कि छह अफसरों की एक टीम को कल 3 जून को ही केरल रवाना कर दिया गया. इसे लेकर आज 4 जून को उन्होंने स्वास्थ्य सचिव और अधिकारियों संग एक मीटिंग की. स्वास्थ्य मंत्री ने केंद्र की ओर से हर तरह की मदद का आश्वासन दिया है.
निपाह वायरस इंफेक्शन से जुड़ी जरूरी बातें
- इंसानों में इस वायरस के इंफेक्शन से बुखार, सिर दर्द, चक्कर आना, मेंटल कंफ्यूजन और कोमा जैसे लक्षण होते हैं. इससे मौत की आशंका 50 से 70% होती है.
- निपाह के लिए कोई खास इलाज मौजूद नहीं है. इसके लिए कोई वैक्सीन नहीं है, इसलिए बचाव ही एक तरीका है.
- इससे बचने के लिए साफ-सफाई का खास ख्याल रखें.
- शुरुआती लक्षण दिखते ही डॉक्टर से संपर्क करें.
- बीमारी पकड़ में आने के बाद मरीज को अलग रखें और उनका पूरा साथ दें.
- संक्रमित इलाकों में पोर्क न खाएं. खजूर का रस पीना भी अवॉइड करें.
- सूअर और चमगादड़ों के संपर्क में आने से बचें.
- संक्रमित इलाकों में फल खाने से बचें.
हेल्थ वर्कर्स को खास तौर पर ऐहतियात बरतने की जरूरत है. अगर आप ऐसे इलाके में हैं, जहां इस वायरस का असर है, तो अपने आसपास सफाई रखें और जागरुकता फैलाएं.