मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याएं किसी को भी हो सकती हैं. चाहे वो शहंशाह ही क्यों ना हो. प्रिंस विलियम ने बताया है कि पिता बनने के बाद कामकाज को लेकर उनकी मानसिक सेहत में कैसे बदलाव आ गया. पिछले कुछ साल से प्रिंस विलियम मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दों पर खुल कर बोल रहे हैं, लेकिन इस बार उन्होंने खुद की समस्या पर बात की है.
इंग्लैंड के 36 वर्षीय भावी राजा होने के साथ-साथ प्रिंस विलियम 5 साल के प्रिंस जॉर्ज, 3 साल की राजकुमारी शार्लोट और 6 महीने के प्रिंस लुइस के पिता हैं. उन्होंने आपातकालीन सेवाओं में एयर एम्बुलेंस पायलट की तरह काम भी किया है. उन्होंने कहा कि वह नौकरी को अपने निजी जीवन से अलग नहीं कर सकते. नौकरी के दौरान प्रिंस विलियन ने कुछ दुर्घटनाओं में बच्चों को भी देखा, जिसका उन पर काफी असर पड़ा.
इसी साल प्रिंस विलियम ने काम देने वालों (कंपनी मालिकों) और काम करने वालों (कर्मचारियों) के लिए 'मेंटल हेल्थ एट वर्क' पोर्टल को लॉन्च किया है.
पीपल पत्रिका ने उनका हवाला देते हुए लिखा है:
नौकरी और व्यक्तिगत जिंदगी के बीच संबंध ने मुझे गंभीर स्थिति में डाल दिया था. मैंने उन चीजों को महसूस करना शुरू कर दिया, जिन्हें मैंने कभी महसूस नहीं किया. मैं एक परिवार के बारे में सोच कर बहुत उदास हो गया. आप नौकरी में इतना विलीन होने लगते हैं कि उसे अपने ऊपर हावी कर लेते हैं.
उन्होंने अपनी बात जारी रखते हुए बताया कि इसके बारे में तार्किक बात करने की जगह वो है, जहां हम काम करते हैं. यही वजह है कि कंपनियों को वो टूल्स दिए गए हैं, जिससे मेंटल हेल्थ के मुद्दों को निपटाया जा सके.
प्रिंस विलियम ने कहा, “मैंने ये देखा है कि हम वर्कप्लेस पर कुछ और आवाजें शामिल कर सकते हैं. हम खड़े होकर ये कहें 'हां, मैं वहां गया हूं, मैंने ऐसा किया है और मैं इससे अधिक कर सकता था. मुझे लगता है कि वर्कप्लेस पर ओपेन, तालमेल वाला और सपोर्टिव माहौल, जहां एचआर एक ऐसा दरवाजा हो कि लोग को लगे, वो वहां कभी भी जा सकते हैं, ऐसा कल्चर बहुत जरूरी है.”
मानसिक समस्या एक बीमारी है, जो किसी को भी प्रभावित कर सकती है. इसका अमीरी, प्रसिद्धि और परिवार में खुशहाली से कुछ लेना-देना नहीं है.
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