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दो शहरों में बढ़ा स्वाइन फ्लू का खतरा, जानिए लक्षण, इलाज और बचाव

पुणे में सितंबर की शुरुआत में ही स्वाइन फ्लू से 6 लोगों की मौत हो चुकी है.

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देश के दो राज्यों से स्वाइन फ्लू के कारण मौत की खबर मिली है. शूकर इन्फ्लूएंजा, इसे एच1एन1 (H1N1) या स्वाइन फ्लू भी कहते हैं. महाराष्ट्र में पुणे के पिंपरी चिंचवड में स्वाइन फ्लू के कारण सितंबर के शुरुआत में ही 6 लोगों की मौत हो चुकी है और इसके 52 मामले सामने आए हैं.

पुणे में इस साल स्वाइन फ्लू से अब तक 20 लोगों की मौत हुई है और 110 लोगों को स्वाइन फ्लू पॉजिटिव पाया गया है. ये जानकारी पिंपरी चिंचवड म्यूनिसिपल कॉरपोरेशन के स्वास्थ्य विभाग की ओर से दी गई है. वहीं अहमदाबाद में इसके 22 मामले सामने आए हैं और 4 लोगों की मौत हुई है.

पिछले साल स्वाइन फ्लू के 18 हजार मामले सामने आए थे और 871 लोगों के मौत की खबर थी. महाराष्ट्र से लेकर उत्तर प्रदेश और तमिलनाडु से लेकर केरल तक देश भर में ये वायरस फैला था.

सही समय पर इलाज है जरूरी

अपोलो अस्पताल के डॉक्टर सुरनजीत चटर्जी के मुताबिक अगर बचाव के उपाय अपनाए जाएं, तो स्वाइन फ्लू से घबराने की जरूरत नहीं है.

स्वाइन फ्लू के मामलों में मरीज की मौत तभी होती है, जब वो इलाज के लिए डॉक्टर के पास देरी से पहुंचता है. डॉ सुरनजीत के मुताबिक अगर इस बीमारी को शुरुआत में पकड़ लिया जाए, तो इलाज में जल्दी फायदा होता है.

स्वाइन फ्लू के लक्षण

यहां कुछ लक्षण हैं, जिस पर आपको ध्यान देना चाहिए और बचाव के जरूरी उपाय अपनाने चाहिए.

नाक बहना, छींक, खांसी, गले में तकलीफ, बुखार, सिर दर्द और बदन दर्द ये सभी स्वाइन फ्लू के लक्षण हैं.

संक्रमण रोकने के उपाय

स्वाइन फ्लू से संक्रमित शख्स को अपना मुंह ढककर रहना चाहिए, जिससे इस वायरस से दूसरों को संक्रमण न हो जाए.

इसके संक्रमण से बचने के लिए जरूरी है कि आप अपने हाथ धोते रहें और भीड़भाड़ में अपना मुंह कवर करके निकलें.

साथ ही, अगर आपको ऊपर बताए गए किसी भी लक्षण का अनुभव हो रहा है, तो लापरवाही न करें, तुरंत डॉक्टर को दिखाएं.

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