अमेरिकी ड्रग रेगुलेटर US FDA ने वैक्सीन मेकर फाइजर की कोरोना वायरस वैक्सीन को 12 से 15 साल के आयु वर्ग पर इस्तेमाल करने की मंजूरी दे दी है. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा- 'हमारी कोरोना के खिलाफ लड़ाई में ये एक अहम पड़ाव है.'
भारत में कोरोना वायरस के नए वेरियंट जिस तरह से युवा जनसंख्या में तेजी से फैल रहे हैं और घातक साबित हो रहे हैं, ऐसे में भारत के लिए ये अच्छी खबर है. इसके पहले अमेरिकी रेगुलेटर 16 साल और उससे ज्यादा उम्र के लोगों को मंजूरी दे ही चुका था.
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने जेनेवा में भारत में फैल रहे B.1.617 कोरोन वायरस वेरियंट को लेकर कहा है कि ये बेहद ज्यादा तेजी से फैलता है. WHO ने भारत के वेरियंट को वेरियंट ऑफ कंसर्न कहा है. मतलब चिंतित करने वाला वेरियंट.
पूरी दुनिया में कोरोना वायरस का संक्रमण अभी भी फैल रहा है. अब तक ये वायरस दुनिया में 33 लाख लोगों की जान ले चुका है. इससे लोगों की आम जिंदगी पर तो असर पड़ा ही है साथ में कई देशों की इकनॉमी बुरी तरह प्रभावित हुई है.
अमीर देशों में तेज वैक्सीनेशन
लेकिन कई सारे अमीर देशों ने अपने यहां तेजी से वैक्सीनेशन अभियान चलाकर स्थितियों को काबू में किया है और अब सामान्य हालातों की तरफ बढ़ रहे हैं.
भारत में कोरोना का हाहाकार जारी है. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक भारत में रोजाना करीब 4 लाख केस आ रहे हैं और करीब 4000 लोग रोज जान गंवा रहे हैं. कई रिपोर्ट बताती हैं कि असल आंकड़े सरकारी आंकड़ों से कई गुना तक ज्यादा हो सकते हैं.
अब तक भारत में सिर्फ 3 वैक्सीन को मंजूरी
अब तक भारत ने सिर्फ 3 कोरोना वायरस वैक्सीन को ही मंजूरी दी है. सबसे पहले भारत ने ऑक्सफोर्ड, एस्ट्राजेनेका वाली कोविशील्ड और भारत बायोटेक वाली कोवैक्सीन को इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी दी थी. इसके बाद सरकार ने रूसी वैक्सीन कोवैक्सीन को भी मंजूरी दे दी थी.
बीते दिनों में भारत की वैक्सीन पॉलिसी को लेकर आलोचना हो रही है और वैक्सीन शॉर्टेज की वजह से देश के कई राज्यों वैक्सीनेशन का अभियान धीमा पड़ गया है.
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