भले ही आपको पानी में तैरना, सर्फिंग करना या डाइविंग करना अच्छा लगता हो या नहीं लेकिन एक एक्टिविटी है, जो इन गर्मियों में आपके लिए एक ट्रीट हो सकती है. आप इसे वाटर वर्कआउट, एक्वा एरोबिक्स या एक्वेटिक थेरेपी कह सकते हैं.
गर्मी में वर्कआउट करने का ये एक शानदार तरीका हो सकता है. वाटर एक्सरसाइज कई लेवल पर काम करता है. भले ही आप कैलरी बर्न करते हैं लेकिन यह शरीर को मजबूत बनाने और रिपेयर करने का काम करते हैं.
यहां तक कि सेलिब्रिटी फिटनेस गुरु यास्मीन कराचीवाला और उनकी रेगुलर क्लाइंट कैटरीना कैफ भी इसकी फैन हैं.
अगर आपको तैरना नहीं आता है, फिर भी चिंता न करें. वाटर एक्सरसाइज के लिए आपको स्विमिंग स्किल्स की जरूरत नहीं है. तो पानी से जुड़ी इस चीज में ऐसा क्या है, जो रेगुलर एक्सरसाइज की तरह फायदेमंद है?
वाटर वर्कआउट क्या है?
सबसे पहले, आइए यह साफ कर दें कि वाटर वर्कआउट क्या है. कई लोग यह सोचकर पानी में उतरने से झिझकते हैं कि वे तैरना नहीं जानते. ठीक है, वास्तव में पानी में एक्सरसाइज करने के लिए आपको स्विमर होने की आवश्यकता नहीं है.
होलिस्टिक फिटनेस एक्सपर्ट वेस्ना जैकब कहती हैं वाटर वर्कआउट वास्तव में, एक उथले या शैलो पूल में किया जाता है. इसमें पानी केवल आपकी छाती तक होता है. यह आपके डेली रूटीन को मजेदार बनाता है, खासकर चिलचिलाती गर्मी में!
संभावित विकल्पों में लो इंटेस्टिटी वाले वाटर एरोबिक्स, मसल्स को मजबूत करने वाली क्लासेस, या वो जिसमें डांस, योग या पाइलेट्स भी शामिल होता है.
अगर आपके पास अपना पूल नहीं है, तो आप एक्वा ज़ुम्बा सेशन, वॉटर साइकलिंग क्लास या कुछ अच्छे पुराने एक्वा एरोबिक्स लेने पर विचार करें.
वाटर वर्कआउट के फायदे
पानी स्वाभाविक रूप से आपकी मसल्स को एक्स्ट्रा रेजिस्टेंस देता है, यह उन कारणों में से एक है जो बताते हैं कि स्विमिंग एक बेहतरीन स्ट्रेंथ बिल्डिंग वर्कआउट है. यह आपके दिल की सेहत के लिए फायदेमंद हैं और निश्चित रूप से, आपके जॉइंट्स के लिए भी आसान है. वेस्ना जैकब कहती हैं, ‘पानी में एक तरह से उछाल की प्रवृति है. यह आपके महसूस करने और अपने वजन को अनुभव करने के तरीके को बदलता है.’
डॉ अमित कोहली, को-फाउंडर और चीफ फिजियोथेरेपिस्ट, एक्वासेन्ट्रिक थेरेपी, बताते हैं:
चूंकि पानी में आपके शरीर का वजन जमीन पर वजन का लगभग 1/10 वां हिस्सा है, इसलिए पानी में एक्सरसाइज करना आसान है. यह उछाल ग्रेविटी के प्रभाव को कम करने में मदद करता है और आपके जोड़ों पर दबाव को घटाता है. पानी हवा की तुलना में 600-700 गुना अधिक प्रतिरोधी है और यह कमजोर मसल्स को मजबूत करने में मददगार है.
लोग जमीन पर एक्सरसाइज करने से अधिक वाटर बेस्ड एक्सरसाइज को इंजॉय करने की बात कहते हैं. वे अपने जोड़ों या मांसपेशियों में बिना दर्द या बिना अतिरिक्त प्रयास के जमीन की तुलना में पानी में लंबे समय तक एक्सरसाइज कर सकते हैं.
इसके अलावा, गुनगुना पानी गले और तंग मांसपेशियों को ब्लड सप्लाई बढ़ाकर आपको आराम करने में मदद करता है, जिससे दर्द कम होता है. डॉ कोहली कहते हैं, अंत में, पानी का समान दबाव शरीर को सपोर्ट करता है और संतुलन में सुधार करने में मदद करता है.
किसके लिए है वाटर वर्कआउट?
उससे शुरू करते हैं जिसके बारे में सबसे अधिक बात होती है. वाटर एक्सरसाइज हार्ट की हेल्थ की लिए बहुत बेहतर हैं. वास्तव में, ये कभी-कभी हार्ट रिहैबिलिटेशन के हिस्से के रूप में पेश किया जाता है. यह हार्ट पेशेंट को ठीक होने और सेफ एक्सरसाइज करने में मदद करता है.
वेस्ना जैकब और डॉ. कोहली निम्नलिखित बातें कहते हैं:
- ये उन सब के लिए अच्छा है, जो अपने दिल को हेल्दी रखना चाहते हैं.
- एक्वेटिक एक्सरसाइज इंसुलिन सेंसिटिविटी, कोलेस्ट्रॉल और आंत की वसा में सुधार करते हैं.
- वजन कंट्रोल करने वालों के लिए यह फायदेमंद है. इसमें वे लोग शामिल हैं जिनका वजन अधिक है, जिन्हें जोड़ों की या पीठ संबंधी परेशानी है
- एक्वेटिक थेरेपी पेल्विक फ्लोर को मजबूत करने करती है.
- वाटर वाली एक्सरसाइज पुरानी बीमारियों वाले लोगों की मदद कर सकता है. गठिया या अर्थराइटिस वाले लोगों के लिए, बिना नुकसान के प्रभावित जोड़ों के सुधार में मदद करता है.
- यह बुजुर्ग और गर्भवती महिलाओं के लिए बहुत अच्छा है.
- यह पैरों को शेप देने और सेल्युलाइट से छुटकारा पाने का एक शानदार तरीका है.
दूसरों के लिए, पानी एक फन है. यह एक्सरसाइज के लिए एक्सट्रा मोटिवेट करेगा. और अगर आपको ऊपर बताई गई दिक्कतों में से कोई भी समस्या है, तो पानी इससे निपटने का एक शानदार तरीका है.
जैकब कहती हैं, ‘यहां तक कि अगर आप पानी के साथ असहज हैं या एक नॉन-स्विमर हैं, तो एक बार जब आप जानते हैं कि आपके पैर जमीन को छू रहे हैं और पानी केवल आपकी छाती तक है, तो आप सहज महसूस करते हैं.’
सावधानियां जिन्हें बरतना चाहिए
अगर आप इसके लिए नए हैं या पानी में बहुत सहज नहीं हैं, तो हमेशा किसी की निगरानी में एक्सरसाइज करें.
ऑटिज्म से पीड़ित एक पांच साल के बच्चे के हाइड्रोथेरेपी पूल में डूबने की खबर पर जैकब कहती हैं, ‘अगर डूबने जैसा कुछ हुआ है, तो शायद कोई और कारण रहा होगा क्योंकि इसमें कुछ भी गलत होने की संभावना बहुत कम है. सामान्य तौर पर वाटर एक्सरसाइज बहुत उथले पूल में किए जाते हैं.’
सावधानियां:
- हमेशा एक्सपर्ट की निगरानी में वर्कआउट करें.
- अगर आपको चक्कर आते हैं, तो सेफ रहें, और जब आप पानी में हों तो बहुत भारी सांस लेने वाले वर्कआउट न करें.
- अगर आपको हाई बल्ड प्रेशर है, तो वाटर एक्सरसाइज करने से पहले डॉक्टर से सलाह करें.
- अगर आपको वाटर रिटेंशन (हाथ-पैर सूज जाना, चकत्ते हो जाना) है, तो पानी में बहुत लंबे समय तक रहना ठीक नहीं है.
- अपनी त्वचा को नुकसान से बचाने के लिए सनस्क्रीन का उपयोग करें.
- जब बहुत तेज धूप हो, तब एक्सरसाइज करने से बचें. सुबह या शाम का समय चुनें.
- अगर आपको एलर्जी या इंफेक्शन है, तो पानी से ये बढ़ सकता है.
इसके अलावा, बाकी सब कुछ बिल्कुल ठीक और सुरक्षित है. तो इस गर्मी में अपने स्विमिंग सूट को बाहर निकालिए!
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)