भारतीय सेना और नौसेना द्वारा 75 दिनों के लिए लगातार प्रयास, जो 3 अगस्त, 2021 को रंजीत सागर बांध में दुर्घटनाग्रस्त हुए हेलीकॉप्टर के दूसरे पायलट कैप्टन जयंत जोशी के शव को निकालने के लिए दिन-रात काम कर रहे थे। आखिरकार सफल हो गए हैं और पार्थिव शरीर झील के तल से हाईटेक उपकरणों का उपयोग कर बरामद किया गया है।
बांध के विशाल विस्तार और गहराई के कारण, खोज और बचाव दल झील के को स्कैन करने के लिए अत्याधुनिक मल्टी-बीम सोनार उपकरण का उपयोग किया गया और प्राप्त इनपुट के आधार पर, रोबोटिक आर्म वाले रिमोट से संचालित वाहन के साथ-साथ क्षेत्र की तलाशी के लिए पेशेवर गोताखोरों को उतारा गया है।
इसमें कहा गया है कि रविवार को इसी तरह की तलाशी के दौरान 65-70 मीटर की गहराई पर एक शव मिला और तुरंत उसे बरामद करने के लिए एक अभियान शुरू किया गया।
स्थानीय चिकित्सा टेस्ट के बाद शव को आगे की जांच के लिए सैन्य अस्पताल पठानकोट ले जाया गया।
उन्होंने आगे कहा, भारतीय सशस्त्र बलों ने एक बार फिर अपने सैनिकों के प्रति अपने संकल्प का प्रदर्शन किया और कैप्टन जयंत जोशी के शरीर को बरामद करने के लिए हर संभव कार्रवाई की। एक युवा पायलट जिन्होंने कर्तव्य के लिए सर्वोच्च बलिदान दिया। भारतीय सेना इस दुख की घड़ी में कैप्टन जयंत जोशी के परिवार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है।
--आईएएनएस
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