नई दिल्ली, 10 फरवरी (आईएएनएस)| कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए भारतीय हवाई अड्डों पर सोमवार शाम तक 2 लाख 15 हजार से अधिक लोगों की थर्मल स्क्रीनिंग की गई। कोरोना वायरस के रोगियों की जांच के लिए यह थर्मल स्क्रीनिंग 18 जनवरी से लगातार की जा रही है। इस बीच सोमवार को ही विभिन्न केंद्रीय मंत्रालयों व देश के सभी राज्यों के बीच कोरोना वायरस की रोकथाम को लेकर वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए एक अहम समीक्षा बैठक भी हुई।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोना वायरस से निपटने की तैयारी का जायजा लेने के लिए सोमवार को नई दिल्ली में एक उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की। कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए बुलाई गई इस समीक्षा बैठक का नेतृत्व केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव प्रीति सूदान ने किया। बैठक में गृह मंत्रालय, नागरिक उड्डयन मंत्रालय, स्वास्थ्य अनुसंधान विभाग के अधिकारी शामिल हुए। इनके अलावा आईटीबीपी, एएफएमएस और एनडीएमए के प्रतिनिधि भी इस उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक का हिस्सा बने।
समीक्षा बैठक के बाद स्वास्थ्य मंत्रालय की सचिव प्रीति सूदान ने कहा कि अब तक 1984 उड़ानों के 2,15,824 यात्रियों की थर्मल स्क्रीनिंग की गई है। कोरोनो वायरस के संदेह में देशभर में 9678 लोगों को बाकी लोगों से पृथक रखा गया है। अभी तक 1563 संदिग्धों के नमूनों की जांच करवाई गई है, जिनमें से तीन व्यक्तियों के जांच नमूनों को छोड़ कर किसी भी व्यक्ति के शरीर में कोरोना वायरस से जुड़े रोग के लक्षण नहीं पाए गए हैं।
भारत में तीन व्यक्ति कोरोना वायरस से ग्रस्ति हैं। ये तीनों ही व्यक्ति केरल में हैं। प्रीति सूदान के मुताबिक केरल में तीनों रोगियों का डॉक्टरों की विशेष टीम की निगरानी में उपचार चल रहा है। कोरोना वायरस से ग्रस्ति तीनों व्यक्ति चीन के वुहान शहर से भारत लौटे हैं।
स्वास्थ्य सचिव ने कहा "भारत सरकार ने कोरोना वायरस के फैलते संक्रमण को ध्यान में रखते हुए लोगों को चीन की यात्रा न करने की हिदायत दी है। परामर्श में बताया गया है कि चीन की यात्रा करने और वहां से वापस लौटने पर यात्रियों को अलग-थलग रखा जा सकता है। 15 जनवरी, 2020 के बाद से अब तक जिसने भी चीन की यात्रा की है और जो भी चीन की यात्रा पर जाएगा, उन्हें वापसी में अलग-थलग रखा जाएगा।"
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