महाराष्ट्र (Maharashtra) के गृह मंत्री दिलीप वालसे-पाटिल ने सोमवार को कहा कि एक महत्वपूर्ण कदम के तहत, महा विकास अघाड़ी (एमवीए) सरकार ने राज्य के सभी धार्मिक स्थलों पर लाउडस्पीकर के उपयोग के लिए पुलिस की अनुमति अनिवार्य कर दी है।
उन्होंने कहा कि सभी धार्मिक स्थलों या धार्मिक समारोहों में लाउडस्पीकर का कोई भी अनधिकृत उपयोग उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त दंडात्मक कार्रवाई को आमंत्रित करेगा।
वाल्से-पाटिल ने कहा कि गृह विभाग द्वारा अगले दो दिनों में दिशा-निर्देशों के साथ प्रस्ताव पर विस्तृत अधिसूचना जारी की जाएगी।
विपक्षी महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के अध्यक्ष राज ठाकरे द्वारा पिछले हफ्ते मस्जिदों में लाउडस्पीकर के इस्तेमाल को लेकर उठे विवाद के बीच एमवीए का फैसला आया है और भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं ने इसका समर्थन किया है।
अन्य बातों के अलावा, राज ठाकरे ने राज्य सरकार को 3 मई तक का एक अल्टीमेटम जारी किया था ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि सभी मस्जिदों के लाउडस्पीकरों को चुप कर दिया जाय या हटा दिया जाए। ऐसा न करने पर मनसे कार्यकर्ता जवाबी कार्रवाई में मस्जिदों के बाहर लाउडस्पीकरों पर हनुमान चालीसा बजाएंगे।
विभिन्न हलकों से आलोचना के तहत, राज ठाकरे ने रविवार को स्पष्ट किया कि वह धार्मिक गतिविधियों के खिलाफ नहीं हैं, बल्कि केवल लाउडस्पीकर के उपयोग का विरोध कर रहे हैं, जिसका सभी लोगों के लिए सामाजिक और स्वास्थ्य पर प्रभाव पड़ता है।
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