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रेल मंत्री प्रभु ने की इस्तीफे की पेशकश, PM मोदी ने रुकने को कहा

इससे पहले रेलवे बोर्ड के चेयरमैन ए के मित्तल ने भी इस्तीफा दे दिया है.

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पिछले एक हफ्ते में लगातार हुए 2 ट्रेन हादसे के बाद रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने इस्तीफे की पेशकश की है. सुरेश प्रभु ने इस बात की जानकारी ट्विटर पर दी. उन्होंने लिखा- “ट्रेन हादसों और उसमें गई लोगों की जान से मुझे बहुत दुख और दर्द हुआ, इसलिए मैंने ये फैसला किया है”.

रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने हाल में हुई रेल दुर्घटनाओं की 'पूरी नैतिक जिम्मेदारी' लेते हुए बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलकर इस्तीफे की पेशकश की लेकिन प्रधानमंत्री ने उनसे 'इंतजार' करने के लिए कहा है.

प्रधानमंत्री ने जिस नए भारत की कल्पना की है, उसमें निश्चित रूप से रेलवे आधुनिक व सक्षम होनी चाहिए. मैं कहना चाहता हूं कि रेलवे उसी दिशा में आगे बढ़ रहा है. दशकों से उपेक्षित क्षेत्रों में खामियों को दूर करने की कोशिश की है, जिसके लिए व्यापक निवेश की जरूरत है. मैंने रेलवे की बेहतरी के लिए अपना खून-पसीना एक कर दिया’
सुरेश प्रभु, रेलमंत्री
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बता दें कि आजमगढ़ से दिल्ली आ रही कैफियात एक्सप्रेस (1225) बुधवार आधी रात को हादसे का शिकार हो गई. यूपी के औरैया जिले में मानवरहित क्रॉसिंग पर ट्रेन की डंपर से टक्कर हो गई, जिससे इंजन समेत ट्रेन के 10 डिब्बे पटरी से उतर गए. जिसमें करीब 74 लो घायल हो गए.

रेलवे बोर्ड के चेयरमैन ने दिया इस्तीफा

इससे पहले रेलवे बोर्ड के चेयरमैन ए के मित्तल ने भी इस्तीफा दे दिया है. बताया जा रहा है कि लापरवाही की वजह से हुए इन हादसों के बाद उन्होंने रेल मंत्री सुरेश प्रभु को इस्तीफा सौंप दिया है. अब एयर इंडिया के सीएमडी अश्विनी लोहानी को बोर्ड का नया चेयरमैन नियुक्त किया गया है.

“सत्ता में आने के बाद से 27 रेल दुर्घटनाएं”

कलिंग उत्कल एक्सप्रेस हादसे के बाद कांग्रेस ने कहा था कि मोदी सरकार के 2014 में सत्ता में आने के बाद 27 रेल दुर्घटनाओं में 259 यात्रियों की जान जा चुकी है, जबकि 899 घायल हुए हैं. कलिंग उत्कल एक्सप्रेस हादसे की शुरुआती जांच से पता चला है कि हादसा रेलवे कर्मचारियों की लापरवाही के कारण हुआ.

गौरतलब है कि मुजफ्फरनगर जिले में शनिवार को कलिंग उत्कल एक्सप्रेस बेपटरी हो गई थी, जिसमें 22 लोगों की मौत हो गई थी. रेलवे ने दोषी अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई भी की और अब बुधवार को औरेया जिले में कैफियत एक्सप्रेस एक डंपर को टक्कर मारने के बाद पटरी से उतर गई, जिसमें 74 लोग घायल हो गए. दोनों हादसे उत्तर प्रदेश में हुए हैं.

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