इंडियन प्रीमियर लीग IPL 2022 के दोनों फाइनलिस्ट तय हो चुके हैं. दूसरे क्वालिफायर मुकाबले में राजस्थान रॉयल्स Rajasthan Royals ने 11 गेंद शेष रहते हुए 7 विकेट से जीत दर्ज करते हुए फाइनल का टिकट कटाया है. अब खिताबी जंग इस सीजन में डेब्यू करने वाली टीम गुजरात टाइटंस (Gujarat Titans) और पहली आईपीएल ट्रॉफी उठाने वाली राजस्थान रॉयल्स के बीच 29 मई को होगी. दोनों ही टीम ने सबको चौंकाते हुए इस मुकाम तक पहुंची है. राजस्थान ने पहले सीजन 2008 में ही ट्रॉफी उठाई थी लेकिन उसके बाद से टीम का प्रदर्शन बीते सीजन्स में कुछ खास नहीं रहा था. अब 14 साल बाद एक बार फिर राजस्थान की टीम फाइनल में पहुंच रही है. आइए जानते हैं राजस्थान के सफर के बारे में...
पहले एक नजर क्वालिफायर मैच में जीत के नायकों पर
क्वालिफायर मुकाबले में राजस्थान रॉयल्स के कप्तान संजू सैमसन ने टॉस जीतते हुए सबको चौंकाया, क्योंकि अमूमन वे टॉस हार जाते हैं. लेकिन इस रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के खिलाफ क्वालिफायर मुकाबले में उन्होंने न केवल टॉस जीता बल्कि मैच भी जीता. इस मैच में जीत के नायक ये रहे :
पहले बात गेंदबाजों की
प्रसिद्ध कृष्णा : अहम मुकाबले में प्रसिद्ध कृष्णा ने वैरिएशन भरी बॉलिंग से बैंगलोर के बल्लेबाजों को खूब छकाया. उन्होंने 4 ओवर में महज 22 रन देकर 3 विकेट झटकने का काम किया. कृष्णा ने विराट कोहली और दिनेश कार्तिक जैसे आक्रामक बल्लेबाजों को पावेलियन पहुंचाया वहीं अंत में वनिंदु हसरंगा को भी अपना शिकार बनाया.
ओबेद मकॉए : इस मैच में राजस्थान की ओर से दूसरे सबसे सफल गेंदबाज ओबेद मकॉए रहे. उन्होंने भी 4 ओवर में 3 विकेट चटकाए जबकि महज 23 रन ही लुटाए. मकॉए ने RCB के कप्तान फाफ डुप्लेसी, महिपाल लोमरोर और हर्षल पटेल काे अपना शिकार बनाया.
कृष्णा और मकॉए के अलावा ट्रेंट बोल्ट और आर अश्विन ने 1-1 विकेट चटकाए.
अब बात बल्लेबाजों की...
जोस बटलर : राजस्थान के ओपनर जोस बटलर ने एक बार फिर ताबड़तोड़ बैटिंग करते हुए. इस मैच में उनके बल्ले से शतकीय पारी निकली. उन्होंने 60 गेंदों में 10 चौकों और 6 सिक्स की मदद से 106 जड़ दिए. वही इस सीजन में उनके बल्ले से कुल 4 सेंचुरी और 4 हाफ सेंचुरी निकल चुकी है. इस साल ऑरेंज कैप पर कब्जा जमाने वाले बटलर ने 16 मैचों में अब तक 818 रन बना चुके हैं, जिसमें 44 छक्के और 78 चौके शामिल हैं.
यशस्वी जायसवाल : राजस्थान रॉयल्स के सलामी बल्लेबाज यशस्वी ने टीम को तेज शुरुआत दिलाई और जीत की नींव रखने में मदद की, उन्होंने 13 गेंदों में 2 छक्के और 1 चौके की मदद से 21 रन बनाए.
कप्तान संजू सैमसन ने 23 रन बनाए तो वहीं देवदत्त पदिक्कल ने 9 रनों का योगदान दिया. जबकि शिमरन हेटमायर 2 रन बनाकर नाबाद रहे.
अबतक के आईपीएल में कैसा रहा राजस्थान का सफर
2008 में आईपीएल की शुरुआत हुई थी, पहले सीजन में राजस्थान की टीम को किसी ने ज्यादा तवज्जो नहीं दी थी. तब इस टीम ज्यादातर युवा खिलाड़ी थे वहीं अन्य टीमें सितारों से सजी हुई थीं. लेकिन तब सबके भ्रम को तोड़ते हुए राजस्थान ने फाइनल तक का सफर तय किया और दिग्गज क्रिकेटरों से लैस चेन्नई सुपर किंग्स को मात देकर IPl की पहली ट्रॉफी उठाई थी. उस समय टीम की कमान शेन वॉर्न के हाथों में थी.
2008 में विजेता बनी.
2009 में छठवें स्थान पर रही.
2010 में सातवें पायदान पर थी.
2011 में छठवें स्थान पर.
2012 में सातवें.
2013 में तीसरे.
2014 में पांचवें.
2015 में चौथे.
2016 में बैन (सस्पेंडेड)
2017 में बैन (सस्पेंडेड)
2018 में चौथे स्थान पर.
2019 में सातवें पायदान पर.
2020 में आठवें.
2021 में सातवें स्थान पर थी.
राजस्थान की टीम आईपीएल में ज्यादातर सत्रों में सातवें, छठवें, आठवें, चौथे और पांचवें स्थान पर रही है. फिक्सिंग विवाद में आने के कारण राजस्थान रॉयल्स पर दो साल (2016 और 2017) का बैन भी लगा था. अब टीम 14 साल बाद एक बार फिर फाइनल में पहुंची है.
एक बार फिर चोकर साबित हुई RCB, फैंस हुए निराश
इंडियन प्रीमियर लीग के इतिहास में अब तक रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर एक बार भी खिताब नहीं जीत पाई है. RCB तीन बार फाइनल तक पहुंची, मगर हर बार चोकर ही साबित हुई. इस बार उसके पास चौथी बार फाइनल में पहुंचने का मौका था लेकिन टीम ने फैंस को एक बार फिर निराश
इस मैच में 15.3 ओवर के बाद बैंगलोर का स्कोर था चार विकेट के नुकसान पर 130 रन था, लेकिन उसके बाद टीम तेजी से रन नहीं बना पाई और 20 ओवरों में 157/8 पर सिमट गई.
IPL 2022 में राजस्थान रॉयल्स का प्रदर्शन
इस सीजन IPL 2022 में राजस्थान अपने रंग में दिखी. ऑरेंज कैप अभी भी टीम के विस्फोटक बल्लेबाज जोस बटलर के सिर पर है. वहीं लंबे समय तक पर्पल कैप पर युजवेंद्र चहल का कब्जा रहा लेकिन इस समय यह कैप RCB के हसरंगा के पास है. हालांकि वे चहल और हसरंगा के 26-26 विकेट हैं ऐसे में फाइनल मैच में एक बार फिर चहल पर्पल कैप पा सकते हैं. इस सीजन में RR ने अब तक कुल 16 मैच खेले हैं, जिसमें से 14 लीग मैच थे जबकि 2 प्लेऑफ मैच थे. लीग मैच में टीम ने 14 में से 9 मैचों में जीत दर्ज करते हुए 18 अंक जुटाए थे और पॉइंट टेबल में दूसरे पायदान पर जगह बनाई थी.
IPL 2022 में कुछ ऐसा सफर रहा राजस्थान रॉयल्स का...
29 मार्च को सनराइजर्स हैदराबाद को 61 रनों से हराया.
2 अप्रैल को मुंबई इंडियन्स को 23 रनों से मात दी.
5 अप्रैल को आरसीबी ने 4 विकेट से जीत दर्ज की.
10 अप्रैल को लखनऊ सुपर जायन्ट्स को 3 रनों से हराया.
14 अप्रैल को गुजरात टाइटन्स ने 37 रनों से मात दी.
18 अप्रैल को KKR को 7 रनों से पटखनी दी.
22 अप्रैल को दिल्ली कैपिटल्स को 15 रनों से हराया.
26 अप्रैल को बैंगलोर को 29 रनों से पीटा.
30 अप्रैल को मुंबई ने 5 विकेट से शिकस्त दी.
2 मई को केकेआर ने 7 विकेट से हराया.
07 मई को पंजाब किंग्स को 6 विकेट से मात दी.
11 मई को दिल्ली कैपिटल्स ने 8 विकेट से रौंदा.
15 मई को लखनऊ सुपर जायन्ट्स को 24 रनों से हराया.
20 मई को चेन्नई सुपर किंग्स को 5 विकेट से पीटा.
पहले क्वालिफायर में गुजरात के हाथों 7 विकेट से हार मिली.
दूसरे क्वालिफायर में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर पर 7 विकेट से जीत दर्ज की.
2008 का रोमांच, तब सीजन के पहले मैच में 9 विकेट से मिली थी हार
2008 में 01 जून को राजस्थान ने खिताब पर कब्जा जमाया था. लेकिन अगर उस सीजन में राजस्थान के पहले मैच की बात करें तो टीम को 9 विकेट से करारी हार मिली थी. इसके बावजूद भी टीम निराश नहीं हुई बल्कि पूरे जोश के साथ वापसी करते हुए फाइनल तक पहुंची और ट्रॉफी भी उठाई. 2008 के खिताबी मुकाबले में राजस्थान रॉयल्स ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी चुनी थी. CSK ने पांच विकेट पर 163 रन का चुनौतीपूर्ण स्कोर खड़ा किया था. मैच आखिर ओवर में काफी रोमांचक हो गया था.
आखिरी ओवर में राजस्थान को जीत के लिए 8 रन चाहिए थे. लक्ष्मीपति बालाजी की पहली तीन गेंद पर 2 रन बने. उसके बाद तीन गेंद पर छह रनों की जरूरत थी. वहीं चौथी गेंद पर मैच ने पलटी मारी. मैदान पर सोहेल तनवीर और शेन वार्न थे. बालाजी ने ऑफ स्टंप के बाहर वाइड गेंद फेंकी, तनवीर ने उसे जाने दिया और पार्थिव पटेल गेंद को सही तरीके से पकड़ नहीं पाए. बल्लेबाजों ने छोर बदल लिया. बिना वैलिड बॉल के राजस्थान को 2 रन मिल गए. फिर चौथी गेंद पर पर वॉर्न ने एक रन ले लिया. अब दो गेंद पर तीन रन चाहिए थे.
तनवीर ने पांचवीं गेंद को फ्लिक किया और दो रन बटोर लिए. आखिरी गेंद में एक रन की जरूरत थी. तनवीर ने उसे मिड-ऑन की दिशा में पुल कर दिया और एक रन चुरा लिया. इस तरह से राजस्थान रॉयल्स ने तीन विकेट से जीत हासिल करते हुए IPL की पहली ट्रॉफी अपने नाम की थी.
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