वीडियो एडिटर: कनिष्क दांगी
IPL में प्ले ऑफ का दौर खत्म हो चुका है. उम्मीद के मुताबिक मुंबई इंडियंस (MI) और दिल्ली कैपिटल्स (DC) की टीमों ने अंक-तालिका में पहले 2 स्थानों में अपनी जगह बना ली है. ऐसा करने के कई फायदे हैं. पहला ये कि फाइनल में पहुंचने के लिए इन दोनों टीमों को क्वालिफायर 1 में हारने के बावजूद एक मौका और मिलेगा.
इतना ही नहीं इतिहास गवाह है कि जब से प्ले-ऑफ सिस्टम आईपीएल में पिछले 9 सीजन से लागू हुआ है तब से सिर्फ 1 ही मौके पर ऐसी टीम चैंपियन बनी है, जो लीग मैचों के बाद अंक-तालिका में टॉप 2 में नहीं थी.
कौन से खिलाड़ी चमके?
फाइनल से पहले अब चर्चा ऐसे खिलाड़ियों की भी जो इस सीजन बीच में आए और आकर छा गए. इन्होंने अपने खेल से टीम का काया ही पलट दिया.
जाहिर सी बात है कि इस मामले में किंग्स इलेवन पंजाब के क्रिस गेल के आगे कोई नहीं टिकता है. जिसे पहले हाफ में राहुल ने 1 भी मैच नहीं खिलाया और उनकी टीम को सिर्फ 1 जीत मिली. लेकिन दूसरे हाफ में जब गेल आये तो लगातार पंजाब ने 5 मैच जीते और प्ले-ऑफ में पहुंचने के बेहद करीब भी पहुंचा.
गेल के अलावा युवा अर्शदीप सिंह का भी खेल कुछ वैसा ही रहा. गेल की ही तरह एक और कैरेबियाई खिलाड़ी जेसन होल्डर हैं, जिन्हें 2020 ऑक्शन के दौरान कोई पूछने वाला नहीं था. अचानक सनराइजर्स हैदराबाद के लिए मैच-विनर बनकर उभरे.
बैंगलोर के लिए क्रिस मौरिस भी इसी तरह के खिलाड़ी साबित हुए. अगर आखिरी 4 मैचों में 4 हार के बावजूद कोहली की टीम प्ले-ऑफ में पहुंची तो इसके लिए मौरिस का सनसनीखेज खेल भी अहम रहा. मौरिस के अलावा लॉकी फर्ग्युसन कोलकाता के लिए मिड-सीजन आये और आकर अपनी टीम के आक्रमण को एक अलग ही मजबूती दी.
बहरहाल, अब चैंपियन कोई भी बने लेकिन इतना तय है कि ऑरेंज कैप किसी भारतीय के नाम ही रहेगा. राहुल के नाम फिलहाल 670 रन हैं लेकिन 525 रन बनाने वाले धवन के पास मौका है कि वो ना सिर्फ अपनी टीम को पहली बार चैंपियन बनवाएं बल्कि ऑरेज कैप भी हासिल करें. टॉप 3 में पहली बार कोई विदेशी बल्लेबाज नहीं होगा औऱ मुमकिन है कि टॉप 5 में भी कोई विदेशी ना रहे.
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