चार धामों में से प्रमुख ब्रदीनाथ मंदिर के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए हैं. सुबह करीब साढ़े चार बजे पट खुलने के साथ ही भक्तों के आने का सिलसिला शुरू हो गया है. इससे पहले केदारनाथ और यमनोत्री-गंगोत्री धाम के कपाट खुल चुके हैं. इन सभी धार्मिक स्थलों के कपाट खुलने के साथ ही चार धाम की यात्रा शुरू हो गई है.
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चार धाम यात्रा पर आने वाले देश-विदेश के श्रद्धालुओं का उत्तराखंड में स्वागत करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा-
‘‘यात्रियों की सुविधा के लिये राज्य सरकार की तरफ से सभी जरूरी व्यवस्थायें की गई हैं. अतिथि देवो भवः देवभूमि उत्तराखंड की परंपरा रही है और यहां आने वाला हर व्यक्ति हमारा अतिथि है.’’त्रिवेंद्र सिंह रावत, सीएम, उत्तराखंड
‘ब्रदीनाथ यात्रा का बड़ा महत्व’
सरकारी बयान के मुताबिक, मुख्यमंत्री ने कहा कि चार धाम यात्रा में बद्रीनाथ जी की यात्रा का बड़ा महत्व है.
सीएम ने कहा, नर नारायण पर्वत श्रृंखलाओं की गोद में बसा यह पवित्र क्षेत्र सदियों से करोड़ों लोगों की आस्था का केंद्र रहा है. उन्होंने कहा कि बद्रीनाथ धाम तक वाहनों के आवागमन की सुविधा होने से यहां की यात्रा सभी के लिए सुलभ है.
इससे पहले रविवार को केदारनाथ मंदिर का कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोला गया. रावल भीमाशंकर लिंग ने सुबह 6 बजकर 15 मिनट पर मंदिर के प्रशासन और मंदिर समिति के अधिकारियों की मौजूदगी में मंदिर के द्वार खोले. कपाट खुलते ही हजारों की संख्या में श्रद्धालु यहां जुटे. उत्तराखंड के राज्यपाल के के पॉल और विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने सबसे पहले पूजा-अर्चना की.
PM जा सकते हैं दर्शन करने
अधिकारियों का कहना है कि आने वाले कुछ दिनों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी मंदिर के दर्शन को आ सकते हैं. मोदी केदारपुरी के पुनर्निर्माण कार्य पर खुद नजर बनाए हुए हैं. सुविधाओं में सुधार के साथ ही श्रद्धालु इस बार शिव भगवान पर रखे गए लेजर शो समेत कई नए आकर्षणों का भी आनंद ले पाएंगे.
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