12 अगस्त को हर साल दुनियाभर में अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस 2023 (International Youth Day 2023) मनाया जाता है, ताकी सामाजिक, आर्थिक और सियासी मुद्दों के प्रति युवाओं को जागरूक किया जा सके.
वहीं दूसरी तरफ ई सिगरेट पर आई एक नई रिपोर्ट काफी चौंकाने वाली है. भारत में 15 से 30 साल की उम्र के करीब 61 फीसदी युवा, जिन्होंने पहले कभी ई-सिगरेट का इस्तेमाल नहीं किया है, वे भविष्य में इसकी चपेट में आ सकते हैं. एक नए अध्ययन में यह बात सामने आई है.
ई सिगरेट का कैमिकल खतरनाक
रिपोर्ट के अनुसार, यह अध्ययन दुनियाभर के 4,007 युवाओं पर किया गया है जिसमें भारत के 456 युवा शामिल है. इसमें पाया गया कि इनमें से अधिकतर युवाओं की ई सिगरेट के विज्ञापन तक पहुंच हैं. यानी ये युवा ई सिगरेट पर विज्ञापनों का काफी उपभोग कर रहे हैं.
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, ई सिगरेट का इस्तेमाल खतरनाक है और ये एक प्रमुख पब्लिक हेल्थ समस्या है. इसके इस्तेमाल से मस्तिष्क के विकास पर निकोटीन का हानिकारक प्रभाव पड़ता है साथ ही ई सिगरेट में जो कैमिकल का इस्तेमाल होता है वो भी स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होते हैं.
भारत के एक रिसर्च फेलो सुधीर राज थाउट ने कहा कि "इस बात की चिंता बढ़ रही है कि भारत में युवा द्वारा ई-सिगरेट का इस्तेमाल बढ़ रहा है. अब समय आ गया है कि तत्काल हस्तक्षेप किया जाए और ई-सिगरेट के इस्तेमाल से होने वाले जोखिमों और प्रभावों को बताने के लिए बड़े पैमाने पर अभियान चलाया जाए."
51% भारतीय युवा ई सिगरेट के लिए उत्सुक
सर्वे में यह भी पता चला कि भारत में 51 प्रतिशत लोग जिन्होंने पहले कभी ई-सिगरेट का इस्तेमाल नहीं किया था, वे लोग इसके बारे उत्सुक हैं.
49 प्रतिशत ने कहा कि अगर कोई दोस्त उन्हें ई सिगरेट ऑफर करें तो वह उसका इस्तेमाल करेंगे
44 प्रतिशत ने कहा कि वे अगले साल तक ई-सिगरेट का उपयोग करेंगे.
शोधकर्ताओं ने यह भी पाया कि सर्वे में हिस्सा लेने वाले 47 प्रतिशत भारतीयों ने ई-सिगरेट का विज्ञापन देखा है.
वहीं यूके में 63 प्रतिशत ने, चीन में 51 प्रतिशत और ऑस्ट्रेलिया में 30 प्रतिशत ने ई सिगरेट का विज्ञापन देखा है.
सर्वे में शामिल अधिकतर भारतीय युवा पढ़े लिखे हैं और अमीर परिवार से हैं.
66 प्रतिशत युवाओं का मानना है कि ई-सिगरेट की लत लग सकती है
66 प्रतिशत मानते हैं यह हानिकारक है. वहीं ऐसा सोचना वाले आस्ट्रेलिया युवाओं की संख्या 87 और 83 प्रतिशत है.
शोधकर्ताओं ने इसके हानिकारक प्रभावों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के साथ-साथ ई-सिगरेट के विज्ञापन पर पूर्ण रूप से बैन लगाने की अपील की है.
भारत में तंबाकू का बाजार दुनिया के सबसे बड़े बाजारों में से एक है. WHO के अनुसार, लगभग 27 प्रतिशत भारतीय आबादी किसी न किसी रूप में तम्बाकू का उपयोग करती है.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)