इस साल पूर्ण सूर्य ग्रहण (Solar Eclipse) 8 अप्रैल को होने वाला है. सूर्य ग्रहण खगोलविदों (Astronomers) और विज्ञान प्रेमियों के लिए एक महत्वपूर्ण खगोलीय घटना है. जिस कारण आम लोगों के साथ- साथ दुनिया भर के स्टारगेजर इस खास ब्रह्मांडीय घटना को देखने के लिए बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं.
आइए जानते हैं कि दुनिया के कई देशों सहित भारत में सूर्य ग्रहण कब लगेगा और किन- किन शहरों में लगेगा.
sciencenews.org की एक रिपोर्ट के अनुसार, इस वर्ष का पूर्ण ग्रहण अधिक समय तक रहेगा. और आसमान में अंधेरा छा जाएगा और सूर्य स्वयं अधिक जीता जागता या फ्रेश दिखाई देगा.
NASA की एक रिपोर्ट के अनुसार, सूर्य ग्रहण लंबे समय तक चलेगा, इसका पथ कवरेज व्यापक होगा और बढ़ी हुई सौर गतिविधि का अनुभव होगा. इसलिए, यदि यह खगोलीय घटना घटती है तो दर्शक कोरोनल मास इजेक्शन देख सकेंगे.
अंतरिक्ष के क्षेत्र से लगाव रखने वाले दुनिया भर के फैंस हवा से खगोलीय नजारे को देखने के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका की ओर जा रहे हैं. यहां इस समय फ्लाइट की बुकिंग सबसे अधिक होती है. यह सूर्य ग्रहण इस महत्वपूर्ण दिन पर दिन के समय सूरज को अंधेरा कर देगा.
भारत में अंतरिक्ष के फैंस इस घटना को नहीं देख पाएंगे. यह ग्रहण संयुक्त राज्य अमेरिका, मैक्सिको, कनाडा और उत्तरी अमेरिका के अन्य हिस्सों सहित विभिन्न देशों में दिखाई देगा.
भारत में कब और कहां दिखाई देगा सूर्य ग्रहण?
भारत में वलय के आकार का सूर्य ग्रहण, 21 मई 2031 को कई भारतीय शहरों में दिखाई देगा. जहां यह "रिंग ऑफ फायर" ग्रहण केरल और तमिलनाडु के आसमान की सुंदरता बढ़ाएगा.
इसके अलावा कोच्चि, अलाप्पुझा, चलाकुडी, कोट्टायम, तिरुवल्ला, पथानामथिट्टा, पेनावु, गुडलुर (थेनी), थेनी, मदुरै, इलैयानगुडी, कराईकुडी और वेदारण्यम शहर में भी सूर्य ग्रहण होगा.
साल 2031 के वलय के आकार के सूर्य ग्रहण में सूर्य का लगभग 28.87 प्रतिशत भाग कवर होगा. जिस कारण सूर्य में अधिकतम ग्रहण दिखाई देगा.
सूर्य ग्रहण के दौरान सूर्य को सीधे देखने से बचने की सलाह दी जाती है क्योंकि इसे असुरक्षित माना जाता है और यह आंखों को नुकसान पहुंचा सकता है. इस खगोलीय घटना को देखने के लिए स्पेशल लेंस या सुरक्षा उपकरण पहनने की सलाह दी जाती है.
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