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इस वीकेंड चलें दिल्ली की जहरीली हवाओं से कहीं दूर...

इन जगहों पर आप 2 दिन में यात्रा कर नई एनर्जी, सुकून और अनुभव के साथ वापस अपने काम पर लौट सकते हैं.

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गैस चेंबर बनी दिल्ली की हवा में फिलहाल सांस लेना, मतलब सीधे जहर लेना. ऐसे में कई लोग यहां से बाहर निकलना चाह रहे हैं. लेकिन वीकेंड की 2 दिन की छुट्टी में कहां जाएं, जहां इन हवाओं का असर न हो. ये एक सवाल है. तो हम आपको 5 ऐसी जगहों के बारे में बता रहे हैं, जहां भीड़-भाड़ भले ही कम हो, लेकिन आपके मनोरंजन, शांति और एडवेंचर में कोई कमी नहीं होगी. आप प्रकृति के बेहद करीब महसूस करेंगे खुद को. और ले सकेंगे खुलकर चैन की सांआआआआ....स..

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खास बात ये है कि इन जगहों पर आप 2 दिन में यात्रा कर नई एनर्जी, सुकून और अनुभव के साथ वापस अपने काम पर लौट सकते हैं.

1. धर्मकोट

हम सभी ने धर्मशाला और मेक्लोडगंज के बारे में सुना है, लेकिन मेक्लोडगंज के ऊपर पहाड़ी पर धर्मकोट नाम का एक और हिमालय का चमत्कार बसा है. मेक्लोडगंज से उलट कम काॅमर्शियलाइज्ड और कम भीड़ वाला प्यारा सा गांव. इस जगह के कैफे आपके मन को लुभा जाएंगे. लजान्या, पास्ता, हर्बल चाय के साथ आप अकेले भी यहां समय बिता सकते हैं.

ट्रैवल टाइम- NH44 के जरिए लगभग 10 से 11 घंटे

इन जगहों पर आप 2 दिन में यात्रा कर नई एनर्जी, सुकून और अनुभव के साथ वापस अपने काम पर लौट सकते हैं.
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2. शोघी

शिमला-अंबाला हाइवे से 13 किमी दूर हिल स्टेशन. ओक और रोडोडेंड्रन के पेड़ों के बीच दिल की तरह छुपी हुई है ये जगह. ट्रेकिंग और बर्ड वाॅचिंग के लिए बेस्ट है शोघी.

इसके अलावा, नेचर वाॅक करते-करते आप लोकल फलों से बनी चीजें सिरप, जैम, जेली और जूस को बिना मिलावट चख सकते हैं.

ट्रैवल टाइम- NH5 के जरिए लगभग 7 घंटे

इन जगहों पर आप 2 दिन में यात्रा कर नई एनर्जी, सुकून और अनुभव के साथ वापस अपने काम पर लौट सकते हैं.
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3. भरतपुर

अगर आप पहाड़ों पर नहीं जाना चाहते. मौसम से आपको बीमार पड़ने का डर है, तो भरतपुर आपके लिए एक अच्छा आॅप्शन है. दिल्ली के करीब एक और चमत्कारिक जगह! यहां के बर्ड सेंचुरी में आपको प्रकृति के कई अनोखे दृश्य देखने को मिल सकते हैं.

किंगफिशर, हॅाक और वॉर्बलर की कुछ दुर्लभ प्रजातियों को देखकर आप एक इच्छुक वर्ड व्यूअर बन जाएंगे. 18वीं शताब्दी के स्थापत्य के चमत्कारों में से एक लोहागढ़ फोर्ट भी पास में ही है.

ट्रैवल टाइम- यमुना एक्सप्रेस वे के जरिए लगभग 4 घंटे.

राजस्थान टूरिज्म की वेबसाइट पर भरतपुर के बारे में जानने के लिए क्लिक करें.

इन जगहों पर आप 2 दिन में यात्रा कर नई एनर्जी, सुकून और अनुभव के साथ वापस अपने काम पर लौट सकते हैं.
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4. डूंडलोद

अपने देहाती सुंदरता के साथ एक ऐतिहासिक चमत्कार, राजस्थान के झुंझुनू जिले में बसा डूंडलोद. ये जगह अपने शानदार हवेलियों और किलों के लिए जाना जाता है. राजसी ठाट और रजवाड़ों का अनुभव पाना चाहते हैं, तो यहां फोटोशूट करवाना मजेदार होगा.

इसके अलावा प्याज की कचौड़ी, दाल-बाटी और गट्टे की सब्जी खाकर आप बेशक यहां दोबारा जरूर आना चाहेंगे.

ट्रैवल टाइम- NH334B के जरिए लगभग 6 घंटे

राजस्थान टूरिज्म की वेबसाइट पर डूंडलोद के बारे में जानने के लिए क्लिक करें.

इन जगहों पर आप 2 दिन में यात्रा कर नई एनर्जी, सुकून और अनुभव के साथ वापस अपने काम पर लौट सकते हैं.
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5. लैंसडाउन

उत्तराखंड के गढ़वाल में बसा पहाड़ी लैंसडाउन बेहद खूबसूरत हिल स्टेशन है. गढ़वाल राइफल्स का गढ़. यहां का मौसम पूरे साल सुहावना बना रहता है. ये पूरा इलाका खूबसूरत होने के साथ-साथ शांत भी है. गढ़वाल राइफल्स वॉर मेमोरियल और रेजिमेंट म्यूजियम, सनसेट पाॅइंट जैसी जगहों पर घूमने के साथ यहां ट्रैकिंग, बाइकिंग, साइक्लिंग जैसे एडवेंचर को भी एंज्वॉय कर सकते हैं.

ट्रैवल टाइम- 270 किमी की दूर लगभग 5-6 घंटे

उत्तराखंड टूरिज्म की वेबसाइट पर लैंसडाउन के बारे में जानने के लिए क्लिक करें.

इन जगहों पर आप 2 दिन में यात्रा कर नई एनर्जी, सुकून और अनुभव के साथ वापस अपने काम पर लौट सकते हैं.
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...तो ये रहा आपका बकेट आॅफ वीकेंड. जाइए दिल्ली के दमघोंटू माहौल से दूर और जी लीजिए अपनी जिंदगी! हैप्पी वीकेंड!

(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)

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