सिटिजन रिपोर्टर: अशरफ अली
अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (AMU) में एक महीने से चल रहे 4 ऑक्सीजन प्लांटों का काम अब पूरा हो चुका है. इसमें प्रत्येक की लागत एक करोड़ 20 लाख आयी है.
पिछली दो कोरोना लहर में ऑक्सीजन की कमी से कई जानें गयी. दूसरी लहर में 20 दिन के अंदर AMU के 20 शिक्षकों की जान वायरस की चपेट में आने के कारण जा चुकी है. 1875 में बनी इस यूनिवर्सिटी के लिए अब तक का यह सबसे बुरा दौर था.
जिसे देखते हुए अलीगढ़ यूनिवर्सिटी ने अपने कैम्पस में ऑक्सीजन प्लांट लगाने की पहल शुरू किया. अप्रैल में इस संयंत्र की मंजूरी दी गयी थी.
परिसर में ऑक्सीजन प्लांट लगाने वाला यह पहला यूनिवर्सिटी बन गया है. यह 24 घंटे चलने वाला प्लांट है.
दूसरी लहर की गलतियों से लिया सबक, तीसरे के लिए तैयार
AMU के मेडिकल कॉलेज में ऑक्सीजन बेड और वेंटिलेटर्स की संख्या बढ़ा दी गयी है. साथ ही बच्चों की चिकित्सा के लिए पीडिएट्रिक वार्ड भी बनाया गया है. ताकि तीसरी लहर से बड़ो के साथ बच्चों को भी बचाया जा सके. इस काम में केंद्र के साथ राज्य की सरकार यूनिवर्सिटी की मदद कर रही है.
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