आदरणीय भारत,
हम आप से बहुत प्यार करते हैं. हमें इस सर जमी पर गर्व है और जिन लोगों ने आजादी के लिए कुर्बानी दी उन पर भी बहुत गर्व.
परतुं भारत मां में बीते 2 महीने से परेशान हूं. इस देश में राजनीति को छोड़कर कुछ नहीं हो रहा है. कोई भी हमारी पढ़ाई की बात नहीं करता, कोई भी हमारी स्वास्थ्य के लिए नहीं बात करता, कोई भी भुख की बात नहीं करता. माहौल बहुत खराब है अब समझ नहीं आता कि गर्व किस के ऊपर करूं. हर एक दिन क्रुद्ध मे बीत रहा है.
अतः आपसे निवेदन है कि कृपा करके अपने बेवकूफ बच्चों को सद्बुद्धि देना.
आपका
अभिजीत सिंह
इस गणतंत्र दिवस, क्विंट हिंदी अपना कैंपेन 'लेटर टू इंडिया' वापस लेकर आया है. इस गणतंत्र दिवस, 'हिंदुस्तान' के नाम अपने एहसासों को शब्दों के सहारे बताइए.
बोल कि लब आज़ाद हैं तेरे...
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