अग्निपथ योजना (Agnipath Scheme) पर देश भर में मचा बवाल पर थमने का नाम नहीं ले रहा है. करोड़ की संपत्ति फूंकने के बाद भी प्रदर्शनकारी शांत होते नहीं दिख रहे हैं. लेकिन इस बीच अलग-अलग कंपनियां और मंत्रालय भी अग्निवीरों को भर्ती में प्राथमिकता देने की घोषणा कर चुके हैं.
इसमें सबसे ताजा नाम महिंद्रा ग्रुप का है. महिंद्रा समूह के मुखिया आनंद महिंद्रा ने सोमवार को घोषणा की कि उनकी कंपनी 'इस मौके का स्वागत करती है और कहा कि ऐसे प्रशिक्षित, सक्षम युवाओं की भर्ती को हम प्राथमिकता देंगे.'
अग्निवीरों का अनुशासन और कौशल उन्हें रोजगार योग्य बना देगा- महिंद्रा
देश भर में चल रहे विरोध से दुखी आनंद महिंद्रा ने ट्विटर पर लिखा,
“अग्निपथ योजना के चलते हुई हिंसा से दुखी हूं. जब पिछले साल इस योजना पर विचार किया गया था तो मैंने कहा था और मैं दोहराता हूं-अग्निवीरों का अनुशासन और कौशल उन्हें प्रमुख रूप से रोजगार योग्य बना देगा. महिंद्रा समूह ऐसे प्रशिक्षित, सक्षम युवाओं की भर्ती के अवसर का स्वागत करता है."
उन्होंने आगे कहा, "कॉर्पोरेट क्षेत्र में अग्निवीरों के रोजगार की बड़ी संभावनाएं हैं. नेतृत्व, टीम वर्क और शारीरिक प्रशिक्षण के साथ बाजार के लिए अग्निवीर मार्केट रेडी प्रोफेशनल होंगे, जिसमें संचालन से लेकर प्रशासन और आपूर्ति श्रृंखला प्रबंधन तक का पूरा स्पेक्ट्रम शामिल है ”
इस साल 46,000 अग्निवीरों की भर्ती
इस साल कुल 46,000 अग्निवीरों की भर्ती की जाएगी, लेकिन एक शीर्ष सैन्य अधिकारी के अनुसार ये निकट भविष्य में बढ़कर 1.25 लाख हो जाएगा. सशस्त्र बलों में सभी नई भर्तियों के लिए प्रवेश आयु 17.5 से 21 वर्ष निर्धारित की गई है. हालांकि, विरोध के बाद, केंद्र सरकार ने 2022 के में होने वाली भर्तियों के लिए ऊपरी आयु सीमा को 21 वर्ष से बढ़ाकर 23 वर्ष कर दी है, क्योंकि पिछले दो सालों में कोरोना के चलते कोई भर्ती नहीं हो पाई है.
'अग्निपथ' योजना के ऐलान के बाद से ही देशभर में इसका भारी विरोध हो रहा है. सरकार का कहना है कि ये योजना देश की सेवा करने का सुनहरा अवसर देती है, जबकि कांग्रेस ने इस नीति को विवादास्पद और जोखिम भरा बताया है.
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