एयर इंडिया की विनिवेश (Air India Disinvestment) प्रक्रिया गुरुवार, 27 जनवरी को पूरी होने की उम्मीद है. हैंडओवर से पहले टाटा संस (Tata Sons) के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने की भी संभावना है.
एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने बताया
"आधिकारिक तौर पर एयर इंडिया आज दोपहर में टाटा ग्रुप को सौंप दी जाएगी. टाटा समूह के अध्यक्ष एन चंद्रशेखरन आधिकारिक हैंडओवर प्रक्रिया के लिए मंत्रालयों में होंगे."
गुरुवार को विनिवेश पूरा होने पर एयरलाइन को लगभग 69 साल बाद अपने पुराने मालिकों को वापस सौंप दिया जाएगा. गुरुवार को मीडिया रिपोर्ट्स में ये भी कहा गया कि हैंडओवर प्रक्रिया में देरी हो सकती है, इसे शुक्रवार तक बढ़ा दिया गया है.
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार, बुधवार रात करीब 10 बजे एयर इंडिया के कर्मचारियों को एक ईमेल मिला किहैंडओवर पर रोक लगा दी गई है.
इस बीच, टाटा समूह ने गुरुवार से कुछ उड़ानों में 'नई भोजन सेवा' शुरू करके एयर इंडिया में अपना पहला कदम उठाया है.
समाचार एजेंसी पीटीआई ने अधिकारियों का हवाला देते हुए कहा कि मुंबई से संचालित होने वाली चार उड़ानों AI864 (मुंबई-दिल्ली), AI687 (मुंबई-दिल्ली), AI945 (मुंबई-अबू धाबी) और AI639 (मुंबई-बेंगलुरु) के लिए ये बदलाव किया गया है. अधिकारियों का हवाला देते हुए पीटीआई ने बताया कि नई भोजन सेवा का विस्तार चरणबद्ध तरीके से बाकी उड़ानों में भी किया जाएगा.
एयर इंडिया विनिवेश में देरी
8 अक्टूबर को एयर इंडिया की बोली में टाटा की जीत के बाद, केंद्र सरकार ने 11 अक्टूबर 2021 को एक लेटर ऑफ इंटेंट (एलओआई) जारी किया था, जिसमें एयरलाइन में अपनी 100 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचने की इच्छा की पुष्टि की गई थी. इसमें तय हुआ था कि कंपनी का हैंडओवर दिसंबर 2021 तक पूरा कर लिया जाएगा.
हालांकि, कर्ज में डूबी एयरलाइन के लंबित अप्रुवल और बकाया पैसों की प्रकिया के चलते हैंडओवर में एक महीने की देरी हुई.
इससे पहले, एयर इंडिया के वित्त निदेशक विनोद हेजमादी ने सोमवार, 24 जनवरी को कंपनी के कर्मचारियों को एक ईमेल में कहा था कि एयर इंडिया का विनिवेश 27 जनवरी को समाप्त कर लिया जाएगा.
इसमें कहा गया कि, "20 जनवरी तक की क्लोजिंग बैलेंस शीट आज 24 जनवरी को उपलब्ध कराई जानी है ताकि टाटा द्वारा इसकी समीक्षा की जा सके और बुधवार को कोई भी बदलाव किया जा सके."
बिजनेस टाइकून जेआरडी टाटा ने एयरलाइन की स्थापना की थी और 1932 में पहली उड़ान का संचालन किया था.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)