द न्यू यॉर्क टाइम्स की 14 नवंबर की रिपोर्ट के अनुसार दिग्गज ई कॉमर्स कंपनी अमेजन (Amazon) दुनियाभर में "कॉर्पोरेट और टेक्नॉलजी" में 10,000 से अधिक कर्मचारियों की छंटनी करने की योजना बना रहा है. इसका असर भारत में पड़ेगा क्योंकि अमेजन इंडिया के नाम से ई कॉमर्स कंपनी काम करती है जिसमें कई भारतीय नियुक्त हैं. लेकिन अमेजन छंटनी करना क्यों चाहती है?
कॉस्ट कटिंग? फिलहाल अमेजन ने छंटनी की आधिकारिक घोषणा नहीं की है लेकिन रिपोर्ट बताती है कि कंपनी अपनी कॉस्ट कटिंग यानी कंपनी अपने खर्चों में कमी लाना चाहती है. तो अमेजन ने पहले ही कर्मचारियों को दे दी थी सलाह
हां. वॉल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्ट के मुताबिक, अमेजन ने एक महीने की लंबी समीक्षा के बाद कंपनी के ऐसे डिवीजन के कर्मचारियों को दूसरी नौकरी देखने को कहा जो प्रोफिट में नहीं हैं. बता दें कि, दुनियाभर में 16 लाख से ज्यादा लोगों को रोजगार देने वाली अमेजन के इतिहास में यह सबसे बड़ी छंटनी होगी. किस डिविजन से होगी छंटनी?
डिवाइसेस डिवीजन! यहां से सबसे ज्यादा नौकरियों में कटौती होगी. एलेक्सा डिवीजन, रिटेल डिवीजन और एचआर डिविजन से भी होगी. यह न्यूयॉर्क टाइम्स ने अज्ञात स्रोतों का हवाला देते हुए बताया है. तो क्या घाटे में चल रही है अमेजन?
मिलाजुला जवाब. अमेजन की तीसरी तिमाही के नतीजों के अनुसार, राजस्व 15% बढ़कर 127.1 बिलियन डॉलर हो गया.
नेट इनकम घटकर $2.9 बिलियन हो गई जो 2021 की तीसरी तिमाही में $3.2 मिलियन थी. और मुनाफा कितना?
कंपनी मुनाफे में है. वॉल स्ट्रीट के विश्लेषकों के अनुमान से मुनाफा अधिक रहा, लेकिन राजस्व के मामले में यह पिछड़ गया. तो फिर कहां कमी रही?
अमेजन वेब सर्विसेज डिवीजन. इसके परिणाम कमजोर आए. पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में राजस्व 27 प्रतिशत बढ़कर 20.5 बिलियन डॉलर हो गया है. अब क्या अमेजन का मार्केट वैल्यूएशन घटा?
बेतहाशा घट गया. अमेजन पहली ऐसी कंपनी बन गई है जिसका मार्केट वैल्यूएशन 1 लाख करोड़ डॉलर घट गया है. इसकी क्या वजह रही?
तीन वजह. गिरावट की पहली वजह अर्थव्यवस्था की खराब हालत, दूसरी, कमाई के आंकड़ों में लगातार गिरावट और शेयरों की भारी बिकवाली है. अमेजन सितंबर 2018 में एक ट्रिलियन डॉलर बाजार मूल्य वाली कंपनी बनी थी. तो अमेजन के साथ आखिर हो क्या रहा है?
मांग में कमी. दुनियाभर में फिलहाल मांग में कमी है क्योंकि दुनिया कोविड-19 महामारी से अब बाहर आ रही है. पहले ऐसा क्या था कि मांग ज्यादा थी?
महामारी. कोरोना महामारी के दौरान लॉकडाउन में लोगों ने घर बैठे खूब ऑनलाइन खरीदारी की. इसकी वजह से कंपनी ने बढ़ती मांग को बनाए रखने के लिए कई लोगों को काम पर रखा था. फिर क्या हुआ?
ऐसे घटी मांग. महामारी के बाद जैसे-जैसे लोग वापस घर से बाहर निकल रहे हैं तो ऑनलाइन मांग में कमी आई है.
अमेजन में पहले ही लग गई थी भर्तियों पर रोक
7 नवंबर की खबर के मुताबिक, अमेजन ने कुछ दिनों तक भर्तियां रोकने का एलान किया था.
कंपनी ने कहा है कि अगले कुछ महीनों के लिए नई इंक्रीमेंटल हायरिंग (बढ़ी हुई सैलरी पर की जाने वाली हायरिंग) रोकी जा रही है.
रिपोर्ट्स के मुताबिक, कंपनी आंतरिक समीक्षा कर रही है और उन डिवीजन को बंद करने पर विचार कर रही है जो नुकसान में हैं जैसे- एलेक्सा!
मेटा, ट्विटर भी कर चुके हैं कर्मचारियों की छंटनी
फेसबुक की पेरेंट कंपनी मेटा ने हाल ही में 11,000 कर्मचारियों को नैकरी से निकाल दिया था.
ट्विटर के नए बॉस बनते ही एलन मस्क 3 हजार से ज्यादा स्टाफ की छुट्टी कर दी थी. मनी कंट्रोल के मुताबिक मस्क ने भारत में ट्विटर के करीब 90 फीसदी से ज्यादा स्टाफ की छुट्टी कर दी.
अनअकैडमी अपने 350 कर्मचारियों को नौकरी से निकालने की तैयारी में है. ये कंपनी अपने 3,500 कर्मचारियों में से 10 प्रतिशत की छंटनी कर रही है.
बायजू ने अपनी ग्रुप कंपनियों-व्हाइटहैट जूनियर और टॉपर में लगभग 600 कर्मचारियों की छंटनी की थी.
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