AMU की कक्षा में देवी-देवताओं पर आपत्तिजनक प्रेजेंटेशन के मामले में आरोपी असिस्टेंट प्रोफेसर जितेंद्र कुमार को प्रथम दृष्टया दोषी पाए जाने पर निलंबित कर दिया गया है. जितेंद्र कुमार, AMU में फॉरेंसिक मेडिसिन डिपार्टमेंट के असिस्टेंट प्रोफेसर पद पर तैनात हैं.
दरअसल, हंगामा खड़ा उस समय हो गया, जब AMU में MBBS के छात्रों को प्रॉजेक्टर पर हिन्दू देवी-देवताओं के बारे में आपत्तिजनक टिप्पणियों के साथ कराई गई पढ़ाई के फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो गए. इसके बाद AMU के पूर्व छात्र ने प्रोफेसर और डिपार्टमेंट के चेयरमैन के खिलाफ कानूनी कार्रवाई के लिए थाने में तहरीर दी.
आरोप है कि डिपार्टमेंट के प्रोफेसर डॉ. जितेंद्र द्वारा रेप की हिस्ट्री और डेफिनेशन MBBS के छात्रों को पढ़ाई जा रही थी. इस दौरान हिंदू देवी देवताओं को टारगेट करते हुए आपत्तिजनक बातें प्रोजेक्टर पर पढ़ाई गईं. प्रोजेक्टर की फोटो किसी प्रकार सोशल मीडिया पर वायरल हुई तो हर तरफ हंगामा खड़ा हो गया.
इधर, एएमयू के पूर्व छात्र निशित शर्मा ने थाना सिविल लाइन में पहुंचकर प्रोफेसर डॉक्टर जितेंद्र और डिपार्टमेंट की चेयरमैन के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई के लिए तहरीर दे दी.
अलीगढ़ सिविल लाइन क्षेत्राधिकारी श्वेता पांडे ने बताया कि जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज के प्रोफेसर डॉ. जितेंद्र कुमार द्वारा विवादित पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन प्रकरण में धारा (IPC 153a, 295a, 298, 505) में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. उन्होंने बताया कि ये मुकदमा थाना सिविल लाइन में दर्ज किया गया है.
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