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बागपत:स्कूल कैंपस में बस ने बच्चे को कुचला,सिस्टम की लापरवाही की भेंट चढ़ा आयुष?

रॉयल कॉन्वेंट इंटर कॉलेज कक्षा एक से कक्षा 5वीं तक बिना मान्यता के चल रहा था.

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न्यूज
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बागपत जिले के चमरावल गांव का एक चिराग गुरुवार को बुझ गया. किसे पता था कि स्कूल गया आयुष दोबारा घर की दहलीज तक नहीं पहुंचेगा. 6 साल के आयुष की स्कूल वैन से कुचलकर मौत हो गई. आयुष कक्षा एक का छात्र था. वह रॉयल कॉन्वेंट इंटर कॉलेज की लापरवाही की भेंट चढ़ गया. ये स्कूल कक्षा एक से कक्षा 5 तक बिना मान्यता के चल रहा था. लेकिन, शिक्षा विभाग कुम्भकर्णी नींद में सो रहा था. शिक्षा विभाग की मिलीभगत और शिक्षा माफियाओं के गठजोड़ ने आयुष को दुनिया से अलविदा कर दिया. फिलहाल, स्कूल को सील कर दिया गया है. साथ ही प्रबंधक और बस चालक पर मुकद्दमा दर्ज कर लिया गया है.

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रॉयल कॉन्वेंट इंटर कॉलेज कक्षा एक से कक्षा 5वीं तक बिना मान्यता के चल रहा था.

आयुष की मौत का जिम्मेदार कौन?

बता दें, चांदीनगर थाना क्षेत्र के चमरावल गांव निवासी अरुण का 6 साल का बेटा आयुष गांव के रॉयल कान्वेंट इंटर कॉलेज में कक्षा एक का छात्र था. गुरुवार सुबह 7 बजे वह स्कूल पहुंचा था. मेन गेट के पास खड़ा था. तभी स्कूल परिसर में पहुंची तेज रफ्तार डग्गामार बस ने आयुष को कुचल दिया. पलक झपकते ही आयुष की चीख खामोशी में बदल गई.

क्या सिस्टम लेगा आयुष की मौत की जिम्मेदारी?

आयुष की मौत के बाद नाराज परिजनों और ग्रामीणों ने खूब हंगामा किया. जिस गाड़ी से आयुष को कुचला उसमें तोड़फोड़ की और प्रबंधक एसबी यादव की गाड़ी को भी निशाना बनाया. शव उठने नहीं दिया और जाम भी लगा दिया. डीएम बागपत राजकमल यादव और एसपी बागपत नीरज कुमार जादौन मौके पर पहुंचे. परिजनों को समझा बुझाकर शांत कराया, तब जाकर परिजनों ने शव उठने दिया.

रॉयल कॉन्वेंट इंटर कॉलेज कक्षा एक से कक्षा 5वीं तक बिना मान्यता के चल रहा था.
आयुष के पिता अरुण त्यागी गांव में खेती के साथ साथ कीटनाशक पदार्थों की दुकान भी चलाते हैं, जबकि पत्नी रश्मि गृहणी हैं. उनके तीन बच्चों में 8 वर्षीय बेटी किट्टू उर्फ शिवन्या है. दूसरा 6 वर्षीय आयुष था और तीसरा बेटा दो साल का वीर है.
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आयुष की शरारत को याद कर ग्रामीणों में मायूसी

बताया जा रहा है कि 6 वर्षीय आयुष बेहद शरारती होने के कारण परिजनों के साथ साथ ग्रामीणों का भी चहेता था. शरारत करने की वजह से परिजन उसे आयुष बदमाश भी कहते थे. आयुष की दर्दनाक मौत होने से परिजन उसकी शरारतों को याद करके रो रहे हैं. बच्चे की बात को याद कर हरेक ग्रामीणों की आंखों से आंसू निकल रहे हैं. ग्रामीणों में गुस्सा है. ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि स्कूल सील किया जाए और प्रबंधकर को जेल भेजा जाए साथ ही 50 लाख रुपए का मुआवजा दिया जाए नहीं तो आंदोलन होगा.

रॉयल कॉन्वेंट इंटर कॉलेज कक्षा एक से कक्षा 5वीं तक बिना मान्यता के चल रहा था.

मां का रो रोकर बुरा हाल

आयुष की मौत से मां रश्मि का रो रोकर बुरा हाल है. रश्मि रोते हुए बोल रही थीं कि बेटे को रोज की तरह तैयार कर हंसी खुशी स्कूल भेजा था. बेटे को स्कूल भेजने के बाद वह काफी खुश थीं और सोच रही थीं कि बेटा स्कूल से आयेगा तो उसे अपने हाथ से गर्म खाना खिलाएंगी. वो रो रोकर कह रहीं थीं कि उनके मासूम बच्चे ने किसी का क्या बिगाड़ा था जो उसे ऐसी मौत मिली?

रॉयल कॉन्वेंट इंटर कॉलेज कक्षा एक से कक्षा 5वीं तक बिना मान्यता के चल रहा था.

स्कूल संचालक और बस चालक के खिलाफ FIR

उधर, पुलिस ने स्कूल संचालक और बस चालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर चालान कर दिया है. परिजनों ने भी शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. बीएसए ने स्कूल को भी मान्यता नहीं होने के अभाव में सील कर दिया है.

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रॉयल कॉन्वेंट इंटर कॉलेज कक्षा एक से कक्षा 5वीं तक बिना मान्यता के चल रहा था.

आयुष की मौत के बाद जागा जिला प्रशासन

आयुष की मौत के बाद बागपत के अफसर भी जाग गए हैं. डीएम राजकमल यादव ने स्कूलों की जांच के लिए 50 टीमें गठित की हैं. ये टीमें न्याय पंचायत स्तर पर स्कूलों की जांच करेंगी. बिना मान्यता के चलते मिले स्कूलों पर एक लाख रुपए का जुर्माना लगाया जाएगा.

डीएम ने स्कूल सील करने के भी दिए निर्देश दिए हैं. लापरवाही मिलने पर खंड शिक्षा अधिकारी पर भी कार्रवाई की जाएगी. शिक्षा विभाग और परिवहन विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक में डीएम ने ये निर्देश दिए हैं. बिना फिटनेस और समय अवधि पूरी होने वालों के खिलाफ भी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं.

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