(आईएएनएस)। केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) दीवान हाउसिंग फाइनेंस कॉर्पोरेशन लिमिटेड (DHFL) के निदेशक और इसके पूर्व सीएमडी पर लगे 36,615 करोड़ रुपये के बैंक ऋण धोखाधड़ी मामले में मुंबई में 15 स्थानों पर छापेमारी कर रही है।
सीबीआई के सूत्रों से बताया गया कि यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, नरीमन पॉइंट, मुंबई के डीजीएम और शाखा प्रमुख विपिन कुमार शुक्ला ने इस संबंध में प्राथमिकी दर्ज की है।
शिकायत में आरोप लगाया गया था कि डीएचएफएल के पूर्व सीएमडी कपिल वधावन, निदेशक धीरज वधावन, सुधाकर शेट्टी और अन्य आरोपियों ने यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के नेतृत्व वाले 17 बैंकों के संघ को धोखा देने के लिए एक आपराधिक साजिश की रणनीति बनाई थी।
सीबीआई ने जांच के बाद आईपीसी की धारा 120-बी और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 13 (2) के तहत मामला दर्ज किया।
डीएचएफएल के पूर्व सीएमडी वधावन, एमडी धीरज राजेशकुर्रर वधावन, वर्तमान निदेशक सुधाकर शेट्टी, अमेरीलिस रियल्टर्स एलएलपी (ARLLP), गुलमर्ग रियल्टर्स एलएलपी (GRLLP), स्काईलार्क बिल्डकॉन प्राइवेट लिमिटेड के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई थी। फिलहाल छापेमारी जारी है। सीबीआई ने अभी तक इस मामले पर कोई टिप्पणी नहीं की है।
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