उत्तर प्रदेश के चिड़ियाघरों में शेरों और बब्बर शेरों को मीट के बजाय चिकन खिलाने का मामला आज कांग्रेस के एक सदस्य ने लोकसभा में उठाया. कांग्रेस सदस्य अधीर रंजन चौधरी ने शून्यकाल के दौरान पूछा कि क्या अब शेरों को भी पालक पनीर खाने को कहा जाएगा? प. बंगाल के बहरामपुर से सांसद चौधरी ने सदन को बताया कि भारत 28 हजार करोड़ रुपये मूल्य के मांस का निर्यात करता है लेकिन उत्तर प्रदेश के चिड़ियाघरों में शेर और बब्बर शेरों को मांस के बजाय चिकन खाने को दिया जा रहा है.
उन्होंने कहा कि प्रकृति की एक जैविक व्यवस्था है जिसमें सभी का जिंदा रहना जरुरी है लेकिन अभी कहा जा रहा है कि मांस का उपभोग बंद कर देंगे. गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश की सत्ता में आयी बीजेपी सरकार ने अवैध बूचड़खानों पर कार्रवाई शुरू की है. पार्टी ने अपने चुनावी घोषणापत्र में अवैध बूचड़खानों पर रोक लगाने की बात कही थी.
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