ADVERTISEMENTREMOVE AD

1 अप्रैल मतलब महंगाई का 'बूस्टर डोज'...दवा, गाड़ी, घर, सिलेंडर, बिजली सब महंगा

जेट ईंधन की कीमतों में 2 प्रतिशत की बढ़ोतरी की गई है. ये इस साल ATF की कीमतों में लगातार सातवीं वृद्धि है.

Published
न्यूज
3 min read
story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा
Hindi Female

1 अप्रैल यानी नए वित्त वर्ष (New Financial Year) के शुरू होने से आपको जरा भी उत्साह है तो हो सकता है कि आज से चीजों के बढ़ते दामों को देखकर आपका उत्साह कम हो जाए. दवाओं से लेकर LPG और कंस्ट्रक्शन से लेकर क्रिप्टो तक आज से महंगाई (Inflation) की 'बूस्टर डोज' लगने वाली है. कई चीजों के दामों में इजाफा आपकी जेब पर भारी चोट कर सकता है. आइए देखते हैं कि एक अप्रैल से किन-किन चीजों के दाम बढ़ गए हैं.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

हवाई यात्रा

शुक्रवार को जेट ईंधन की कीमतों में 2 प्रतिशत की बढ़ोतरी की गई है. ये इस साल हवाई जहाजों में प्रयोग होने वाले ईंधन यानी ATF की कीमतों में लगातार सातवीं वृद्धि है. एविएशन टर्बाइन फ्यूल की कीमत अब तक के उच्चतम स्तर पर है. इसमें 2,258 रुपये की बढ़ोतरी की गई है. इसके बाद से हवाई यात्रा के दाम बढ़ना लगभग तय है.

कॉमर्शियल सिलेंडर के दाम बढ़े

अगर आप रेस्टोरेंट में खाने के शौकीन हैं तो एक अप्रैल से हो सकता है आपको इसके लिए ज्यादा कीमत चुकानी पड़े, क्योंकि सरकार ने नए वित्त वर्ष से कॉमर्शियल सिलेंडर की कीमतों में सीधे 250 रूपये का इजाफा किया है.

0

800 दवाओं के दाम बढ़े

बीमार पड़ने पर दवाओं के लिए भी अब भारी कीमत चुकानी पड़ेगी. दवा निर्माता कंपनियों ने 800 से ज्यादा दवाओं की कीमतें बढ़ा दी हैं. भारतीय राष्ट्रीय औषधि मूल्य निर्धारण प्राधिकरण (NPPA) ने 25 मार्च को दवाओं की थोक कीमतों में 10.7 प्रतिशत बढ़ोतरी की घोषणा की थी, जो आज से लागू होनी है.

घर बनाना महंगा होगा

जो लोग कम कीमतों में घर बनाना चाहते हैं उन्हें बड़ा झटका लग सकता है. रियल एस्टेट डेवलपर बॉडी क्रेडाई-एमसीएचआई का कहना है कि निर्माण की चीजों के बीच स्टील, सीमेंट जैसी प्रमुख वस्तुओं में बढ़ती मुद्रास्फीति के कारण दरों में 10-15% की वृद्धि होगी. इसका सीधा असर घर बनाने से जुड़े सामान पर पड़ेगा, जो कि महंगा होना तय है.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

क्रिप्टोकरेंसी पर टैक्स

क्रिप्टोकरेंसी खरीदना, बेचना या ट्रांसफर करना 1 अप्रैल से महंगा हो जाएगा, क्योंकि सरकार नए वित्तीय वर्ष की शुरुआत के साथ इसपर टैक्स लगाएगी. आज से वर्चुअल डिजिटल एसेट के हस्तांतरण पर 1% की दर से टीडीएस लगाया जाएगा. साथ ही, बिना किसी स्लैब कटौती के फ्लैट 30% टैक्स डिजिटल संपत्ति से होने वाले मुनाफे पर लगेगा.

वाहनों की कीमतें बढ़ीं

दोपहिया वाहनों की दिग्गज कंपनी हीरो मोटोकॉर्प ने 29 मार्च को घोषणा की कि वह 5 अप्रैल से अपनी मोटरसाइकिलों और स्कूटरों की एक्स-शोरूम कीमतों में बढ़ोतरी करेगी. कंपनी ने एक बयान में कहा, "कीमत में संशोधन 2,000 रुपये तक होगा और वृद्धि की मात्रा विषेश मॉडल और बाजार के अधीन होगी."

टाटा मोटर्स ने 22 मार्च को घोषणा की कि वह 1 अप्रैल से अपने वाणिज्यिक वाहनों की कीमतों में 2-2.5 प्रतिशत की वृद्धि करेगी, जो व्यक्तिगत मॉडल और वेरिएंट के आधार पर होगी.
ADVERTISEMENTREMOVE AD

बिजली पानी की कीमतों में बढ़ोतरी 

1 अप्रैल से, उत्तराखंड में बिजली और पानी की कीमतों में बढ़ोतरी की गई है. घरेलू पेयजल उपभोक्ताओं के लिए नौ से 11 फीसदी की बढ़ोतरी तय की गई है, वहीं दूसरी तरफ वाणिज्यिक उपभोक्ताओं को 15 फीसदी से अधिक का भुगतान करना होगा. उत्तराखंड में बिजली के दामों भी आज बदलाव की घोषणा की जा सकती है.

हरियाणा में बिजली की कीमतों में इजाफा हुआ है. यहां 50 लाख घरेलू उपभोक्ताओं को 100 यूनिट से ज्यादा बिजली खर्च पर ज्यादा बिल देना होगा.

0 से 150 यूनिट स्लैब पर बिजली 25 पैसे प्रति यूनिट महंगी हो गई है. इस स्लैब में अब 2.50 के बजाय 2.75 रुपये प्रति यूनिट के हिसाब से बिल चुकाना होगा. इसके अलावा आंध्र प्रदेश में भी बिजली महंगी हुई है.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

EPF खातों पर टैक्स

केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (CBDT) ने 1 अप्रैल से ईपीएफ खातों पर आयकर नियम 2021 को लागू करने का फैसला किया है. इसका मतलब है कि कर्मचारी भविष्य निधि (EPF) खाते पर ₹2.5 लाख तक के कर-मुक्त योगदान की सीमा लगाई जा रही है. यदि इससे ऊपर योगदान किया जाता है, तो मिलने वाले ब्याज पर टैक्स लगेगा.

होम लोन ब्याज पर अतिरिक्त टैक्स छूट खत्म

पहली बार घर खरीदने वालों के लिए ₹45 लाख से कम कीमत के घर खरीदने पर ₹1.5 लाख तक के होम लोन ब्याज पर अतिरिक्त टैक्स छूट को खत्म कर दिया गया है. वित्त मंत्री ने इस योजना को 31 मार्च 2022 से आगे नहीं बढ़ाया है.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

हाइवे पर गाड़ी चलाना महंगा

भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) ने टोल टैक्स में ₹10 से ₹65 तक की वृद्धि की है. विभाग ने हल्के वाहनों की लागत में प्रति वाहन 10 रुपये और वाणिज्यिक वाहनों के लिए 65 रुपये की वृद्धि की गई है.

(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)

सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
अधिक पढ़ें
×
×