केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने रविवार, 7 जनवरी को कहा कि पिछले 24 घंटे में देश में कोविड-19 (Covid-19) के 756 नए मामले सामने आए हैं. साथ ही पांच संक्रमितों की मौत भी हुईं है. मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक पांच नई मौतें महाराष्ट्र, केरल और जम्मू-कश्मीर में हुईं.
24 घंटों में 756 नए मामले
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक भारत में पिछले 24 घंटों में कोविड-19 से संक्रमण के 756 नए मामले दर्ज किए गए.
वहीं शनिवार, 6 जनवरी को तमिलनाडु और गुजरात में दो-दो मौतें हुईं. जबकि शुक्रवार,5 जनवरी को 12 मौतें हुईं. केरल में पांच, कर्नाटक में चार, महाराष्ट्र में दो और उत्तर प्रदेश में एक मौत हुई.
इस बीच, सक्रिय मामलों की कुल संख्या शनिवार, 6 जनवरी को 4,187 से गिरकर 4,049 हो गई.
अब तक जनवरी 2020 में शुरुआती प्रकोप के बाद से भारत में कोरोनो वायरस मामलों की कुल संख्या 4,50,18,134 तक पहुंच गई है, जबकि कुल मृत्यु का आंकड़ा 5,33,392 हो गया है.
कई राज्यों में मिले सब-वेरिएंट के मामले
नया JN.1 सब-वेरिएंट ओमीक्रॉन सबवेरिएंट का वंशज है जिसे BA.2.86 या पिरोला के नाम से जाना जाता है. केरल में इस वेरिएंट का पहला मामला सामने आया था.
भारतीय सार्स कोव-2 जीनोमिक्स कंसोर्टियम के अनुसार केरल, कर्नाटक में JN.1 प्रकार के मामले देखे गए, जबकि दिल्ली, गुजरात, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, राजस्थान, तेलंगाना, ओडिशा और हरियाणा भी प्रभावित हुए.
डेटा से पता चलता है कि JN.1 वैरिएंट के नए मामलों या अस्पताल में भर्ती होने और मौतों में कोई उल्लेखनीय योगदान नहीं है.
राज्यों ने सामूहिक रूप से गुरुवार, 5 जनवरी तक सब-वेरिएंट के 619 मामले दर्ज किए हैं. जिसमें कर्नाटक 199 मामलों के साथ सबसे आगे है, इसके बाद केरल 148 मामलों के साथ दूसरे नंबर पर है.
भारतीय सार्स कोव-2 जीनोमिक्स कंसोर्टियम (INSACOG) के आंकड़ों से पता चला है कि दिसंबर 2023 में 239 और नवंबर 2023 में 24 कोविड मामलों की पहचान JN.1 वैरिएंट की उपस्थिति से की गई थी.
कोविड मात देकर ठीक होने वालों का आंकड़ा 4.4 करोड़ से अधिक पहुंच गया है, जो 98.81 प्रतिशत की राष्ट्रीय रिकवरी दर को दर्शाती है.
उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार, देश में कोविड टीकों की कुल 2,20,67,79,081 खुराकें दी जा चुकी हैं.
JN.1 से संक्रमित लोगों में बुखार, बहती नाक, गले में खराश, सिरदर्द और कुछ मामलों में गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्याएं देखी जा रही हैं. कुछ मरीजों को सांस लेने में कठिनाई का भी अनुभव हो सकता है.
कोविड 19 से बचाव के लिए हाथों को साबुन से धोएं, भीड़भाड़ वाली जगहों पर मास्क पहनें. जो लोग किसी न किसी बीमारी से जूझ रहे हैं, वे मास्क पहनें और सार्वजनिक स्थानों पर कम जाए.
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