उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के आजमगढ़ (Azamgarh) में दिल्ली के चर्चित श्रद्धा हत्याकांड जैसी वारदात हुई है. एक सनकी आशिक ने अपनी ही प्रेमिका की हत्या कर दी और शव के कई टुकड़े कर उसे कुएं और तालाब में फेंक दिया. पुलिस ने इस हत्याकांड की पूरी गुत्थी सुलझा ली है. साथ ही आरोपी को भी गिरफ्तार कर लिया है.
हत्या की वजह?
पुलिस के मुताबिक आरोपी प्रिंस यादव और मृतका आराधना का अफेयर चल रहा था. इस बीच फरवरी 2022 में आराधना की किसी और शादी हो गई. इस बात से आरोपी प्रिंस नाराज था. इसके बाद उसने हत्या की पूरी साजिश रची.
कैसे आरोपी तक पहुंची पुलिस?
16 नवंबर को गौरी का पुरा गांव में युवती का क्षत-विक्षत शव मिला था. इस मामले की जांच के लिए अधिकारियों के नेतृत्व में पांच टीमों का गठन किया गया था. जांच के दौरान मृतका की शिनाख्त हुई. इसके बाद पता चला कि 9 नवंबर को प्रिंस यादव आराधना को भैरव धाम घुमाने की बात कहकर उसे अपने साथ लेकर गया था. इस जानकारी के बाद पुलिस की राह आसान हुई.
कैसे रची गई हत्या की साजिश?
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि प्रिंस यादव शारजाह में लकड़ी काटने का काम करता था. लेकिन आराधना की शादी की बात सुनकर वह शारजाह से लौट आया. इसके बाद उसने आराधना से बात करने की कोशिश की लेकिन कामयाब नहीं हुआ. इसके बाद आरोपी ने सारी बात अपने मां-बाप को बताई और आराधना को रास्ते से हटाने का प्लान बनाया.
योजना के तहत प्रिंस गांव में सबको जयपुर जाने की बात कहकर अपने मामा के घर कप्तानगंज थाना क्षेत्र के अशरफपुर पहुंच गया. उसने इस साजिश में अपने मामा के परिवार को भी शामिल कर लिया. हत्या की इस पूरी वारदात में प्रिंस के माता-पिता, बहन, मामा, मामी, मामा का लड़का और उसकी पत्नी भी शामिल हैं. पूरी वारदात के दौरान प्रिंस के मामा का लड़का सर्वेश साथ रहा.
एसपी ने बताया कि मामा के लड़के सर्वेश की पत्नी सुमन से भी प्रिंस यादव का अफेयर था. इसलिए वह खुद ही चाहती थी कि आराधना रास्ते से हट जाए.
कैसे वारदात को दिया अंजाम?
योजना के तहत 9 नवंबर को प्रिंस अपने ममेरे भाई सर्वेश के साथ आराधना को भैरव धाम घुमाने के नाम पर अपने साथ लेकर गया. तीनों लोग पहले एक रेस्तरां गए. वहां से प्रिंस आराधना को अपने मामा के गांव लेकर आया. दोनों आरोपी आराधना को जबरन एक गन्ने के खेत में लेकर गए और वहां उसकी गला दबाकर हत्या कर दी.
इसके बाद आरोपियों ने आराधना के शव के 6 टुकड़े किए और उसे गौरी का पुरा गांव के पास एक कुएं में फेंका दिया. जबकि सिर को वहां से कुछ दूर स्थित एक तालाब में फेंका. वारदात के बाद प्रिंस अपने मामा के घर वापस लौट आया और वारदात की जानकारी अपने माता-पिता और बहन को दिया.
आरोपी ने किया पुलिस पर हमला
इस मामले में 19 नवंबर की रात को आरोपी प्रिंस यादव की गिरफ्तारी हुई. इसके बाद रविवार को पुलिस प्रिंस की निशानदेही पर उसे घटनास्थल पर लेकर पहुंची. जहां आरोपी ने पुलिस टीम पर फायरिंग कर दिया. जवाबी कार्रवाई में आरोपी के पैर में गोली लगी है.
पुलिस ने वारादत में इस्तेमाल हथियार, लकड़ी का बोटा, तमंचा, कारतूस और अन्य सामान बरामद कर लिया है. घटना में शामिल प्रिंस यादव के मामा के लड़के पर पुलिस ने 25 हजार का इनाम घोषित किया. इसके साथ ही प्रमिला यादव, सुमन, राजाराम, कलावती, मंजू और शीला यादव की तलाश में जुटी है.
पुलिस अधीक्षक ने वारदात के खुलासे में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले अहरौला थाने के चालक और सर्विलांस टीम के लिए 5 हजार के नकद पुरस्कार की घोषणा की है. इसके साथ ही पुलिस टीम के लिए 25 हजार के पुरस्कार का ऐलान किया है.
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