बिहार के बेगूसराय (Begusarai) की सड़कों पर अंधाधुंध गोलीबारी मामले में पुलिस को बड़ी कामयाबी मिलती दिख रही है. पुलिस ने चार आरोपियों को हिरासत में लिया है. हालांकि एक अपराधी अब भी शंका के घेरे में हैं कि वो इस घटना में शामिल था या नहीं. चारों संदिग्धों के बारे में जानकारी भी सामने आई है. हालांकि सिर्फ हिरासत की बात सामने आई है, गिरफ्तारी की कोई अधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है.
चारों आरोपियों का नाम केशव, सुमित, युवराज और नागा बताया जा रहा है. मामले से जुड़ी जो ताजा जानकारी सामने आई है, उसके मुताबिक़ रांची जाने के दौरान जमुई के झाझा स्टेशन पर केशव को सबसे पहले पकड़ा गया. इसके बाद धीरे-धीरे दूसरे आरोपियों का नाम भी सामने आया. बताया जा रहा है कि ये चारों अपराधी बेगूसराय के ही रहने वाले हैं. आरोपी युवक मौर्य एक्सप्रेस से रांची भाग रहा था जिसकी पुलिस को जानकारी मिल गई. फिर पुलिस की टीम ने युवक को चारों तरफ से घेरकर पकड़ लिया.
गिरफ्तार युवक बेगूसराय जिले के बीहट के केशव कुमार उर्फ नागा है, जो बीहट के ही राम विनय सिंह का बेटा बताया जा रहा है. फिलहाल पुलिस इनसे पूछताछ कर रही है.
क्या है बेेगूसराय गोलीकांड
दरअसल, 13 सितंबर को बिहार के बेगूसराय में नेशनल हाईवे-28 पर कुछ बाइक सवार बदमाशों ने बछवाड़ा से लेकर चकिया तक करीब 30 किलोमीटर तक गोलीबारी की थी. इस गोलीबारी में एक की मौत हो गई थी जबकि 10 लोग घायल हो गए थे.
इसके बाद लापरवाही बरतने के आरोप में 7 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया था.
अपर पुलिस महानिदेशक (मुख्यालय) जितेंद्र सिंह गंगवार ने बताया कि गश्त में लगे सात पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया है, क्योंकि पुलिसवाले बदमाशों को रोक नहीं सके, और सड़क पर बदमाश आतंक फैलाते रहे. वहीं, गोलीकांड के गुनहगारों को पकड़ने के लिए पुलिस की कई टीम लगी हुई है, सीसीटीवी, मोबाइल ट्रैकर की मदद ली जा रही है.
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