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दिल्ली: ACP के बेटे की हत्या, दो दोस्तों ने नहर में फेंका शव- एक आरोपी गिरफ्तार

Delhi murder Case: 24 वर्षीय लक्ष्य चौहान पेशे से वकील है और दिल्ली के तीस हजारी कोर्ट में प्रैक्टिस करते थे.

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दिल्ली पुलिस में सहायक आयुक्त के बेटे की मौत का मामला सामने आया है. जानकारी के अनुसार, सहायक आयुक्त यशपाल सिंह का 24 वर्षीय बेटा लक्ष्य चौहान (Lakshya Chauhan) कथित दो दोस्त के साथ हरियाणा के एक शादी में शामिल होने के लिए गया था. शादी समारोह के बाद दिल्ली लौटते समय, लक्ष्य के कथित दोस्तों ने उसकी हत्या कर दी और उसका शव एक नहर में पाया गया है.

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लक्ष्य चौहान पेशे से वकील हैं और दिल्ली के तीस हजारी कोर्ट में प्रैक्टिस करते थे. लक्ष्य के कथित दो दोस्त विकाश भारद्वाज और उनके साथी अभिषेक ने पैसे के विवाद को लेकर हरियाणा से दिल्ली आने के दौरान नहर में लक्ष्य को धक्का दिया. जिसके बाद उसकी मृत्यु हो गई.

क्या है मामला?

एनडीटीवी के अनुसार, मामला 20 जनवरी का है, जब लक्ष्य चौहान, भारद्वाज और अभिषेक के साथ, सोनीपत में एक शादी में शामिल होने के लिए निकले. इसके बाद, जब वह अगले दिन घर नहीं लौटे, तो लक्ष्य के पिता एसीपी यशपाल सिंह ने गुमशुदगी की शिकायत दर्ज की, जिसके बाद तलाशी अभियान शुरू हो गया.

जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ी, यह पता चला कि चौहान और भारद्वाज के बीच पैसा का विवाद बढ़ गया था, जिसके कारण लक्ष्य को खत्म करने की एक योजना बनाई गई थी. भारद्वाज ने आरोप लगाया है कि लक्ष्य ने पैसे उधार लिए थे और लगातार चुकाने से इनकार कर दिया, जिससे दोनों के बीच तनाव पैदा हो गया.

हत्या का कैसे हुआ खुलासा?

एक सप्ताह की लंबी तलाशी के बाद हिरासत में लिए गए अभिषेक ने खुलासा किया कि भारद्वाज ने उन्हें विवाह समारोह में आमंत्रित किया था और लक्ष्य चौहान के बारे में अपनी योजना को बताया था. दोनों ने अपनी हरियाणा से दिल्ली वापसी के दौरान लक्ष्य की हत्या की योजना बनाई.

आधी रात के बाद शादी समारोह से निकलने के बाद, दोनों किसी जरूरत से मुनक नहर के पास रूक गए. इस बीच, स्थिति का फायदा उठाते हुए, भारद्वाज और अभिषेक ने कथित तौर पर लक्ष्य को नहर में धक्का दे दिया और और वहां से निकल लिए.

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घटना का सरगना अभी तक फरार

दिल्ली लौटने पर, भारद्वाज ने गायब होने से पहले अभिषेक को दिल्ली के नरेला में छोड़ दिया. बाद में अभिषेक को पकड़ लिया गया और उसके बयान के आधार पर पुलिस मामला दर्ज किया गया.

घटना के एक सप्ताह के बाद भी इसका मास्टरमाइंड भारद्वाज अभी तक गायब है और पुलिस को उसकी तलाश जारी है.

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