बिग बॉस OTT विनर एल्विश यादव (Elvish Yadav) मंगलवार, 7 नवंबर की देर रात करीब 12 बजे नोएडा के थाना सेक्टर 20 पहुंचे. वे करीब ढाई से तीन घंटे तक थाने में मौजूद रहे. पुलिस ने उनसे बरामद हुए सांपों, जहर सप्लाई को लेकर पूछताछ की और सुबह 3 बजे छोड़ दिया.
पूछताछ में एल्विश नकारे सभी आरोप
एल्विश यादव ने इस केस में लगे सभी आरोपों को एक सिरे से नकार दिया है. देर रात करीब तीन बजे के आसपास एल्विश यादव गुरुग्राम के लिए निकल गए थे.
नोएडा पुलिस कमिश्नरेट के डीसीपी हरीश चंदर ने पुष्टि की है कि देर रात बयान दर्ज कराने के लिए एल्विश यादव सेक्टर-20 थाने में आए थे. इस दौरान डीसीपी, एसीपी और इन्वेस्टिगेशन ऑफिसर मौजूद रहे.
एल्विश अपने साथ वकीलों की एक टीम को लेकर आए थे. बता दें कि सेक्टर-20 थाना पुलिस ने एल्विश को दो दिन पहले नोटिस जारी करके बयान दर्ज कराने के लिए कहा था. बयान के लिए कोई तारीख तो नहीं दी गई थी, लेकिन 'जल्द से जल्द' जरूर लिखा हुआ था. इसके बाद ही एल्विश अपना बयान दर्ज कराने के लिए आधी रात को नोएडा के थाना सेक्टर-20 पहुंचे थे.
मामले में 5 सपेरे गिरफ्तार, 9 सांप बरामद
बता दें कि तीन नवंबर को BJP सांसद मेनका गांधी की संस्था पीपल्स फॉर एनिमल (PFA) के गौरव गुप्ता ने नोएडा के थाना-49 में एल्विश यादव समेत छह लोगों के खिलाफ वन्य जीव संरक्षण अधिनियम की धाराओं के तहत एक एफआईआर दर्ज कराई थी. पुलिस ने इस मामले में 5 लोगों को गिरफ्तार किया था. उनसे 9 सांप और 20 मिलीलीटर वेनम (जहर) बरामद हुआ था.
गौरव गुप्ता का दावा है कि एल्विश यादव नोएडा, दिल्ली-एनसीआर में होने वाली रेव पार्टियों में इन सपेरों को बुलवाता था, वहां प्रतिबंधित सांपों के साथ वीडियो शूट किए जाते थे. जहर का प्रयोग हैवी डोज नशे के रूप में किया जाता था.
5 नवंबर को कोटा (राजस्थान) पुलिस ने एल्विश को चेकिंग के दौरान रोका और पूछताछ के बाद छोड़ दिया था. बता दें कि एल्विश पर सेक्टर-49 थाने में एफआईआर दर्ज हुई थी. लेकिन बाद में इस केस की जांच सेक्टर-20 थाने को ट्रांसफर कर दी गई.
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