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Ghaziabad: रेल पटरी के किनारे मिली छात्र की बॉडी, पुलिस पर परिवार का संगीन आरोप

UP Crime: परिजनों का आरोप- पुलिस ने उन्हें सीएम पोर्टल से शिकायत वापस लेने के लिए धमकाया था.

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Ghaziabad: उत्तर प्रदेश पुलिस को शनिवार, 25 जून की रात गाजियाबाद में रेल पटरी किनारे से एक छात्र की लाश मिली. पुलिस ने एक वीडियो को आधार बनाते हुए मामले को सुसाइड से मौत करार दिया है. मृत्यु से पहले छात्र ने एक वीडियो जारी किया था,जिसमें वो अपनी मां से माफी मांगता दिख रहा. मृतक का घर के आसपास रहने वाले कुछ लड़कों से विवाद था. जिसकी शिकायत मुख्यमंत्री पोर्टल पर भी थी. मामले की जांच के लिए मौत के कुछ घंटे पहले पुलिस उसके घर भी आई थी.

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क्या है पूरा मामला?

मृतक की पहचान 20 साल के अनस के रूप में हुई है. वो लोनी थाना क्षेत्र में चिरौड़ी गांव का निवासी था. अनस गाजियाबाद के एक कॉलेज में LLB का छात्र था. शनिवार को देर रात कुछ लोगों ने बंथला पुलिस चौकी को निठोरा रेल पटरी किनारे एक लाश पड़े होने की सूचना दी. जिसके बाद पुलिस घटनास्थल पर पहुंची फिर बरामद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया.

जांच के दौरान मोबाइल से मिला माफी की वीडियो

पुलिस के मुताबिक अनस के मोबाइल से एक वीडियो मिला है. जिसमें अनस का बयान है कि "मां, तुम्हारे बेटे से एक गलती हुई है, जिसे मैं अबतक ठीक नहीं कर पाया और आज ये दिन आ गए. मां मेरे पास कोई और दूसरा रास्ता नहीं है. हो सके तो मुझे माफ कर देना. मैं तुम्हारा अच्छा बेटा नहीं बन पाया. मुझे माफ कर देना मां."

मृतक का आपस के तीन लड़कों से था विवाद

छात्र अनस ने 18 मार्च, 2023 को लोनी थाना में एक प्राथमिकी दर्ज कराई थी. इसमें अनस ने आरोप लगाया था कि चिरौड़ी गांव के तीन लड़के जावेद, शाहरुख और परवेज उसको अपहरण कर ले गए थे, जिसके बाद उन्होनें अनस का मोबाइल छीन लिया था. फिर रस्सी से गला घोंटकर जान से मारने की कोशिश भी की थी. इसके बाद उन्होनें अनस को तालाब में डुबोकर भी मारने का कोशिश की. लेकिन मौका ए वारदात पर कुछ लोगों के आ जाने से वो तीनों मुझे छोड़कर भाग उसी हालत में छोड़कर गए. पुलिस द्वारा मामले की सुनवाई नहीं होने अनस ने मामले की शिकायत सीएम पोर्टल पर की थी.

अनस के परिजनों के मुताबिक पुलिस ने शिकायत के बावजुद कोई समय पर कोई करवाई नहीं की. जिसके बाद गांव में पंचायत हुई थी और दोनों पक्षों में समझौता कराया गया था. इस समझौते के बावजूद आरोपी पक्ष अनस को लगातार धमकाता रहा. जिस वजह से अनस ने कुछ दिनों पहले ही पुलिस की मामले की जांच को लेकर लापरवाही और आरोपियों के खिलाफ मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत दर्ज की थी. जिसके बाद इस मामले की जांच का निर्देश गाजियाबाद के पुलिस आयुक्त को दिया गया.

अनस के परिजनों के अनुसार "सीएम पोर्टल पर की गई शिकायत के बाद जांच के लिए लोनी थाने का एक पुलिसकर्मी शनिवार की शाम करीब 4-5 बजे के दौरान उनके घर आया था. जिसका नाम जितेंद्र था. परिजनों का आरोप है कि इस पुलिसकर्मी ने परिजनों से सीएम पोर्टल से शिकायत वापस लेने के लिए उन्हें धमकाया था.

मृतक के भाई शाहरुख ने इस मामले में जावेद, शाहरुख और परवेज पर अनस की हत्या कर लाश रेल पटरी किनारे फेंकने का आरोप लगाया है और थाना लोनी में तहरीर दायर की है. पुलिस द्वारा मामले की जांच जारी है.

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