दिल्ली से सटे गाजियाबाद के इंदिरापुरम की कृष्णा अपरा सोसायटी में एक दंपति ने कथित तौर पर अपने बेटे और बेटी की हत्या के बाद आठवीं मंजिल से कूदकर आत्महत्या कर ली थी. अब इस मामले में पुलिस ने मृतक कारोबारी गुलशन वासुदेव के ब्रदर-इन-लॉ को गिरफ्तार कर लिया है. वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, सुधीर कुमार सिंह ने पीटीआई को बताया, "वासुदेव के बहनोई राकेश वर्मा को आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है, जबकि उसकी मां फूल वर्मा भी इस मामले में आरोपी हैं."
3 दिसंबर का है मामला
ये घटना 3 दिसंबर की है. पुलिस के मुताबिक, मृत शख्स की पहचान गुलशन वासुदेव (45) के तौर पर की गई. उसने अपनी पत्नी प्रवीन और प्रबंधक संजना के साथ अपार्टमेंट की आठवीं मंजिल से कथित तौर पर कूदकर आत्महत्या कर ली.आत्महत्या करने से पहले दंपति ने सोमवार रात को अपने बेटे ऋतिक (14) और बेटी ऋतिका (18) को मार दिया था. उन्होंने अपने पालतू खरगोश को भी मार दिया.
आखिर हुआ क्या था?
पुलिस के मुताबिक, वासुदेव ने आरोपी राकेश वर्मा के इशारे पर एक प्रॉपर्टी स्कीम में पैसा लगाया था, जिसने उसे अच्छे रिटर्न का भरोसा दिया था, लेकिन इससे वासुदेव कर्ज में डूब गए. वर्मा ने कई लोगों को संपत्ति में निवेश पर अच्छे रिटर्न की पेशकश करके धोखा दिया था. 5 साल पहले राकेश वर्मा ने वासुदेव को संपत्ति में 1.09 करोड़ रुपये के इंवेस्टमेंट का लालच दिया. साथ ही पांच फीसदी का अतिरिक्त ब्याज देने का भी वादा किया था.
वर्मा ने पुलिस को बताया कि उसने ब्याज के रूप में वासुदेव को 98 लाख रुपये लौटाए थे, लेकिन वासुदेव बाकी रकम मांग रहे थे जो ब्याज के साथ 1.39 करोड़ रुपये था.
इसके बाद वर्मा और उसकी मां ने वासुदेव को बिना बताए उसकी संपत्ति 1.49 करोड़ रुपये में इमरान अली नाम के एक शख्स को बेच दी. जब पैसे लौटाने का दबाव बढ़ा तो राकेश वर्मा ने ब्लैंक चेक थमा दिया जो बाउंस हो गया.
पुलिस के मुताबिक, वर्मा और उसकी मां के खिलाफ आईपीसी की धारा 420, 406, 506 के तहत साहिबाबाद में मुकदमा भी दर्ज कराया गया था और दोनों साल 2015 में जेल भी गए थे.
जींस कारोबारी था गुलशन वासुदेव
गुलशन एक जींस कारोबारी था. संजना उसकी मैनेजर थी जो बीते छह सालों से दंपत्ति के साथ रह रही थी. पुलिस को घर की दीवार पर एक संदेश लिखा मिला है जिसमें राकेश वर्मा नाम के रिश्तेदार को उसे और उसके परिवार को वित्तीय संकट में डालने का आरोप लगाया गया है, जिसकी वजह से वे खुदकुशी करने को मजबूर हुए. दीवार पर कुछ रुपये भी चिपकाए मिले थे.
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