रेप और हत्या का दोषी डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह (Ram Rahim) एक बार फिर जेल से बाहर निकलने जा रहा है. राम रहीम की 21 दिन की फरलो को मंजूरी मिली है.
तीन साल में राम रहीम को 8वीं बार फिर ऐसी राहत मिली है. इसी साल 20 जुलाई को 30 दिन के लिए गुरमीत राम रहीम को राहत दी गई थी.
ध्यान रहे, इस बार राम रहीम फरलो पर बाहर आ रहा है, पेरोल पर नहीं. पैरोल का मतलब होता है कि अच्छे व्यवहार के आधार पर किसी कैदी को किसी विशेष उद्देश्य के लिए अस्थायी रूप से या सजा की समाप्ति से पहले रिहा करना. वहीं फरलो जेल से दोषियों की एक अल्पकालिक अस्थायी रिहाई है यानी शॉर्ट टर्म समय के लिए.
इसके अलावा वह 15 अगस्त को अपने जन्मदिन पर पैरोल पर बाहर आया था और कथित तौर पर बागपत के बरवाना में अपने यूपी आश्रम में रुका था. बता दें कि 25 अगस्त 2017 से राम रहीम हरियाणा की जेल में बंद है.
आइये बताते हैं कि इससे पहले राम रहीम कब-कब जेल से बाहर आया:
राम रहीम को 21 जनवरी 2023 को चालीस दिनों की पैरोल मंजूर हुई थी. तब वह अपने दूसरे नंबर के सबसे बड़े डेरे बागपत स्थित बरनावा आश्रम में ठहरा हुआ था.
7 फरवरी 2022 को 21 दिनों की पैरोल दी गयी थी.
17 जून 2022 को 30 दिनों की पैरोल मंजूर हुई थी.
राम रहीम 15 अक्टूबर 2022 को 40 दिन की जेल से बाहर आया था और वह बागपत के बरनावा में स्थित डेरा आश्रम पहुंचा था.
राम रहीम को साल 2022 में पहली बार पैरोल तब मिली थी, जब पंजाब का चुनाव था.
इसके बाद जून में हरियाणा जेल विभाग ने 30 दिनों के लिए पैरोल दे दिया तब हरियाणा निकाय चुनाव था. 3 नवंबर को हरियाणा के आदमपुर विधानसभा में उपचुनाव था, तब उससे ठीक पहले राम रहीम जेल से बाहर आया था.
बता दें कि साल 2017 में गुरमीत सिंह राम रहीम को पंचकूला के स्पेशल CBI कोर्ट ने 20 साल जेल की सजा सुनायी थी. राम रहीम सिरसा के डेरा सच्चा सौदा आश्रम में सेविकाओं के साथ बलात्कार का दोषी पाया गया था. साथ ही पत्रकार राम चंद्र छत्रपति और डेरा सच्चा सौदा के मैनेजर रणजीत सिंह की हत्या का दोषी भी है.
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