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'मुझे दागा, भूखा रखा, मेरे कपड़े उतारे'- गुरुग्राम में झारखंड की लड़की पर जुल्म

Gurugram domestic help tortured: पुलिस ने आरोपी कपल को गिरफ्तार कर लिया है.

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(इस स्टोरी में हिंसा का जिक्र है, पाठक अपने विवेक का इस्तेमाल करें)

हरियाणा (Haryana) के गुरुग्राम (Gurugram) में हैवानियत की सारी हदें पार हो गई. 14 साल की नाबालिग मेड ने अपने मालिक पर बेरहमी से मारपीट और टॉर्चर करने का आरोप लगाया है. पुलिस ने इस मामले में आरोपी कपल को गिरफ्तार कर लिया है.

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पीड़िता झारखंड की रहने वाली है. वो गोंड आदिवासी है और झारखंड में सिमडेगा की है. उसकी मां को सिमडेगा जिला मुख्यालय लाया गया है और वहां से उन्हें गुरुग्राम लाया जाएगा. जिसे पांच महीने से कथित तौर पर प्रताड़ित किया जा रहा था. मंगलवार को उसे अस्पताल में भर्ती करवाया गया. उसके शरीर पर चोट के कई निशान हैं.

गुरुग्राम पुलिस के प्रवक्ता सुभाष बोकेन ने द क्विंट को बताया, “लड़की को पिछले पांच महीनों से गुरुग्राम में घर पर रखा कर प्रताड़ित किया जा रहा था. दंपति को भारतीय दंड संहिता की धारा 323 (स्वेच्छा से चोट पहुंचाना), धारा 342 (गलत कारावास), धारा 75 (बच्चे के प्रति क्रूरता) और किशोर न्याय अधिनियम की धारा 79 (बाल कर्मचारी का शोषण) और POCSO अधिनियम के तहत गिरफ्तार किया गया है."

गिरफ्तार आरोपियों की पहचान मनीष खट्टर और उनकी पत्नी कमलजीत कौर के रूप में हुई है. पुलिस ने बताया कि मनीष एक प्रमुख जीवन बीमा कंपनी में उप प्रबंधक के रूप में काम करता था और उसकी पत्नी गुरुग्राम में पीआर फर्म में काम करती थी.

मेड ने लगाए गंभीर आरोप

बुधवार को अस्पताल में मेड ने आरोप लगाते हुए अधिकारियों को बताया कि, "मुझे रस्सी, लाठियों से पीटा गया. ब्लेड से मेरे हाथ और होठ काटे गए. मुझे गर्म लोहे के चिमटे से दागा गया. कपड़े धोते और घर का काम करते हुए उन्होंने मेरे कपड़े भी उतरवाए. मैं अक्सर फर्श पर बिना कपड़ों के सोती थी. उन्होंने मेरे लाए हुए कपड़े फाड़ डाले. एक बार तो उन्होंने मेरा गला घोंटने की कोशिश की और मुझे जान से मारने की धमकी भी दी.”

“मुझे बस रात में एक समय का खाना दिया जाता था- एक कटोरी चावल. कई बार मैंने कचरे में पड़ा खाना भी खाया. मैं असहाय महसूस कर रही थी और किसी को बताने से डर रही थी. उन्होंने कहा कि मैंने समय पर काम नहीं किया, इसलिए वो मुझे पीट रहे हैं.”
पीड़िता

नाबालिग की मेडिकल रिपोर्ट के मुताबिक, उसके शरीर के कई हिस्सों- चेहरे, हाथ, पीठ और पैरों पर 8 चोटें हैं. पुलिस में शिकायत दर्ज कराने वाली वन स्टॉप सेंटर की सेंटर एडमिनिस्ट्रेटर पिंकी मलिक ने द क्विंट को बताया,

"हमें एक मैसेज मिला था कि लड़की को पिछले पांच महीनों से प्रताड़ित किया जा रहा है. लड़की ज्यादा बात करने की हालत में नहीं थी, लेकिन उसने बताया कि उसके मालिक ने उसे मारा, उसके कपड़े फाड़े और गर्म सलाखों से दागा है."

सामाजिक कार्यकर्ता दीपिका नारायण भारद्वाज ने द क्विंट को बताया, “मुझे घटना के बारे में किसी से सूचना मिली थी, जिसकी जानकारी मैंने अधिकारियों को दी. लड़की खुद किसी को बता नहीं पा रही थी और उसके पास फोन भी नहीं था. जब मैं उससे मिला, तो वह गंभीर रूप से घायल थी. यहां तक कि उसके पैर भी सूजे हुए थे."

झारखंड सीएम ने लिया संज्ञान

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने संज्ञान लेते हुए मामले में FIR दर्ज कर झारखंड पुलिस को सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं. इसके साथ ही उन्होंने पीड़िता के इलाज और शिक्षा की भी व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं.

आरोपियों को कंपनी ने काम से निकाला

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, मामला दर्ज होने के बाद आरोपी दंपति को नौकरी से निकाल दिया गया है. पीआर फर्म मीडिया मंत्रा ने आरोपी कमलजीत कौर को तत्काल प्रभाव से नौकरी से निकाल दिया है.

वहीं मैक्स लाइफ इंश्योरेंस ने आरोपी मनीष खट्टर को भी नौकरी से निकाल दिया है. कंपनी ने ट्वीट किया, "हम हर समय नैतिक आचरण के उच्च स्तर को बनाए रखने में विश्वास करते हैं. तत्काल प्रभाव से उस व्यक्ति को नौकरी से निकाल दिया गया है.”

(इनपुट-आनंद दत्त)

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