जिंदगी बचाने वाला एक डॉक्टर किस कदर बेरहम हत्यारा बनकर हैवानियत की हदें पार कर सकता है, इसका अंदाजा आप इस खौफनाक खबर से लगा सकते हैं. मध्य प्रदेश के होशंगाबाद जिले में एक ऐसा सनसनीखेज मामला सामने आया है, जिसे सुनकर रूह कांप उठती है. एक डॉक्टर ने अपने ड्राइवर की न सिर्फ हत्या की, बल्कि आरी से उसके शव के टुकड़े-टुकड़े किए और फिर उसे गलाने के लिए एसिड में डाल दिया.
डॉक्टर ने इस वारदात को इसलिए अंजाम दिया, क्योंकि ड्राइवर की पत्नी से डॉक्टर के करीबी ताल्लुकात थे, और ड्राइवर को इस रिश्ते से ऐतराज था.
सुनील मंत्री नाम के इस डॉक्टर ने अपने ड्राइवर वीरेन्द्र पचौरी की हत्या सोमवार रात को कर दी थी, लेकिन मामले का खुलासा मंगलवार को हुआ. सुनील मध्य प्रदेश के होशंगाबाद जिले के इटारसी के सरकारी अस्पताल में हड्डी रोग विशेषज्ञ के पद पर है.
होशंगाबाद जिले के पुलिस अधीक्षक अरविन्द सक्सेना ने बताया कि मंगलवार दोपहर पुलिस को पड़ोसियों की ओर से सुनील के घर में संदेहजनक गतिविधि की सूचना मिली. पुलिस जब उसके घर पहुंची तो फर्श पर खून के धब्बे पाए. पुलिस को देख कर आरोपी घबरा गया और पूछताछ में उसने अपना गुनाह कबूल लिया.
शव को ठिकाने लगाने की पूरी प्लानिंग की
पुलिस पूछताछ में डॉक्टर ने बताया कि उसने सोते समय वीरेंद्र को बेहोशी का इंजेक्शन लगाया. जब वो बेहोश हो गया तो उसे खींचकर बाथरूम तक ले आया, और वहां आरी से उसका गला काट दिया. फिर डॉक्टर हत्या के सबूत मिटाने में जुट गया.
पुलिस के मुताबिक डॉक्टर ने ड्राइवर हत्या के बाद सबूत मिटाने के लिए आरी से शव के छोटे-छोटे टुकड़े किए. शव को गलाने के लिए उसने पहले से एक ड्रम एसिड खरीद रखा था. शव के टुकड़ों को वो उसी ड्रम में डाल कर गला रहा था. पुलिस ने शव के टुकड़ों के साथ ही उसे गिरफ्तार किया. अगर इस वारदात का खुलासा नहीं होता तो डॉक्टर अपने प्लान के मुताबिक शव के टुकड़ों को एसिड में गलाकर नाले में बहा देता.
ड्राइवर की पत्नी से थे संबंध
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, पुलिस का कहना है कि डॉक्टर ने ये हत्या इसलिए की, क्योंकि ड्राइवर की बीवी से डॉक्टर के करीबी रिश्ते थे, जिस पर ड्राइवर को ऐतराज था. इसी को लेकर वीरेन्द्र और सुनील में अकसर विवाद होता रहता था. ड्राइवर को अपने रास्ते से हटाने के लिए डॉक्टर ने उसकी हत्या की साजिश रची.
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