झारखंड (Jharkhand) के गुमला जिले के एक गांव में नए साल का जश्न मनाकर घर लौट रहे 32 और 27 साल के दो भाइयों को पड़ोसियों ने एक घंटे तक डंडे और ईंटों से पीटा. गांववालों को शक था कि उनके माता-पिता जादू टोना करते हैं.
घटना के बाद एफआईआर दर्ज की जा चुकी है. पुलिस ने छह लोगों को गिरफ्तार किया है और लेकेया ग्राम पंचायत की महिला मुखिया सहित सात अन्य लोगों की संभावित संलिप्तता की जांच की जा रही है इनका नाम भी एफआईआर में है. आरोपियों पर आईपीसी और 2001 के जादू टोना कानून के तहत मामला दर्ज किया गया है.
गुमला सब-डिविजन पुलिस अधिकारी मनीष चंद लाल ने कहा, “घटना 1 जनवरी को रात 8 बजे से रात 9 बजे के बीच हुई है. संजय और अजय उरांव को लाठियों और ईंटों से पीटा गया है. उन्हें गंभीर चोटें आईं हैं.”
बड़े भाई संजय की पीठ और चेहरे पर चोटें आई हैं और छोटे भाई अजय के सिर में चोट आई है और एक आंख में चोट लगी है. अजय तमिलनाडु में मजदूरी का काम करता है जो दो साल के के बाद अपने परिवार के साथ नया साल मनाने के लिए घर आया था.
उनकी शिकायत के अनुसार एक साल में यह तीसरी बार था जब मुखिया सुगीमा देवी सहित ग्रामीणों ने उन्हें जादू टोना करने के लिए निशाना बनाया था. उन्होंने कहा कि उन्होंने कई बार पुलिस में शिकायत की, लेकिन फिर भी कुछ नहीं हुआ.
"हमें गांव से निकालने या मार डालने के लिए कहा गया"
संजय ने बताया कि परिवार की परेशानी तब से बढ़ गई जब उनके एक चचेरे भाई की मौत हो गई थी, संजय ने आगे बताया कि "गांव वाले उनके घर झाड़-फूक करने वाले बाबा को लेकर आए और उसने बताया कि मेरे माता-पिता एक भूत को अपने साथ रखते हैं, इसलिए या तो हमें गांव से बाहर निकाल दें या मार दें"
संजय ने कहा कि अजय को कई लोगों ने पोल से बांध दिया और पीटने लगे. जब वो खुद वहां पहुंचा तो उसे भी बांध कर डंडे और ईंटों से पीटा गया जिसकी वजह से दोनों चोटिल हो गए.
संजय ने कहा कि मुखिया ने हमें बचाने की जगह और पीटने के लिए कहा. पुलिस फिलहाल मामले की जांच कर रही है.
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