ADVERTISEMENTREMOVE AD

Kanpur Custodial Death: पुलिस हिरासत में मौत का आरोप, मृतक के रिश्तेदारों पर FIR

Kanpur Custodial Death: परिवार ने आरोप लगाया था- पुलिस पीटते हुए ले गई थी थाने

Published
story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा
Hindi Female

कानपुर (Kanpur) के बिधनू थाना क्षेत्र से पुलिस हिरासत में 45 साल के व्यक्ति की मौत का मामला सामने आया है. मारपीट के मामले में हिरासत में लिए गए राजेन्द्र की संदिग्ध परिस्थितियों में तबीयत बिगड़ गई. पुलिसकर्मीयों ने उसे पास के हैलट अस्पताल में भर्ती करा दिया,जहां इलाज के दौरान व्यक्ति की मौत हो गई. परिवार ने पुलिस की पिटाई से राजेन्द्र की मौत का आरोप लगाया है. लेकिन अब इस मामले में नया मोड़ आ गया है. पुलिस ने मृतक के भाई पर ही मामला दर्ज कर लिया है.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

जमीनी विवाद को लेकर भाइयों में हुई थी मारपीट

बिधनू थाना क्षेत्र के रमईपुर में रहने वाला 45 वर्षीय राजेन्द्र कुमार ईंट भट्ठे में ट्रैक्टर चालक थे. रविवार रात छोटे भाई बबलू से भूमि विवाद को लेकर मारपीट हुई थी. सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और राजेन्द्र को हिरासत में ले लिया.

सोमवार सुबह तीन बजे राजेन्द्र की तबीयत बिगड़ गई. पुलिस ने उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया. जहां डाक्टरों ने राजेन्द्र की हालत देखते हुए को उसे हैलट अस्पताल रेफर कर दिया, जहां उपचार के दौरान राजेन्द्र की मौत हो गई.

परिवार का आरोप- पुलिस हिरासत में हुई मौत

मृतक के परिजनों का आरोप है- ''पुलिस पीटते हुए राजेन्द्र को थाने ले गई थी. उसके बाद थाने में उसकी जमकर पिटाई की. जिससे राजेन्द्र की हालत बिगड़ी और उसकी मौत हो गई.परिजनों का ये भी कहना है कि राजेन्द्र की हालत बिगड़ने की जानकारी उनको नहीं दी गई थी.''

मेरे पापा का चाचा से विवाद हुआ था. इसके बाद पुलिसकर्मियों ने मेरे पिता को बहुत मारा था. पुलिस ने पिता की मौत की जानकारी भी नहीं दी. पुलिस वालों पर कार्रवाई होनी चाहिए.
अनिता, मृतक की बेटी

पिटाई से मौत के आरोपों से SP आउटर तेज स्वरूप ने नकारा है और कहा भाइयों के आपसी मारपीट से राजेन्द्र की हालत बिगड़ी और मौत हो गई. हिरासत में मौत का आरोप लगने के बाद अब पुलिस ने मृतक के उस भाई के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है जिससे उसका झगड़ा हुआ था.

इनपुट- विवेक मिश्रा

(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)

0
सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
अधिक पढ़ें
×
×