ADVERTISEMENTREMOVE AD

बृजभूषण के बेटे, BJP प्रत्याशी करण के काफिले की टक्कर से 2 की मौत- FIR में क्या लिखा?

करण सिंह ने कहा कि उनका हादसे से कोई लेना देना नहीं है बल्कि उन्होंने बच्चों की मदद की, उन्हें अपनी कार से अस्पताल पहुंचाया.

Published
story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा

यूपी (Uttar Pradesh) के गौंडा (Gonda) जिले में एक नेता के काफिले की कार ने 29 मई को तीन लोगों को कुचल दिया जिसमें दो की मौत हो गई और एक घायल है. जिस कार से ये हादसा हुआ वो कैसरगंज के सांसद और भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के पूर्व प्रमुख बृज भूषण शरण सिंह (Brij Bhushan Sharan Singh) के बेटे और बीजेपी उम्मीदवार करण भूषण सिंह (Karan Bhushan Singh) के काफिल में शामिल थी.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

घटना करनैलगंज थाने की है, जिसमें एक 17 वर्षीय नाबालिग लड़के रेहान और 24 वर्षीय युवक शहजाद की मौत हो गई है. हादसे के बाद आरोपी अपनी गाड़ी को मौके पर छोड़कर दूसरी गाड़ी में सवार हो कर फरार हो गए.

गौंडा के एएसपी राधेश्याम राय ने बताया कि, घटना लगभग सुबह 9 बजे की है. क्रॉसिंग के पास एक फॉर्चुनर कार और बाइक का एक्सिडेंट हो गया है. जिसके बाद बाइक सवार दो लोग घायल हो गए. जब पुलिस मौके पर पहुंची तो दोनों घायलों को अस्पताल ले जाया गया जहां उनकी मौत हो गई. शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है. परिजनों की शिकायत पर FIR दर्ज कर ली गई है. आरोपी ड्राइवर भी हिरासत में है.

मृतक के चाचा फरमान ने कहा कि

जब हम मौके पर पहुंचे तो देखा तो एक गाड़ी खड़ी थी और सड़क पर खून पड़ा था. स्थानीय लोगों ने बताया कि करण भूषण का काफिला था जिसमें चार गाड़ियां थी. एक से एक्सिडेंट हुआ. कृपया हमारा सपोर्ट कीजिए, हमारे इकलौते बच्चे थे.

करण भूषण क्या बोले, FIR से क्या पता चला? 

मामले में दर्ज FIR के अनुसार, दोनों बच्चे ग्राम निन्दूरा कोटला बाजार के रहने वाले थे जो करनैलगंज की ओर जा रहे थे. वहीं विपरीत दिशा से आ रही गाड़ी ने बाइक सवार लड़कों को कुचल दिया, दोनों बच्चों की मौके पर मौत हो गई और बाइक भी क्षतिग्रस्त हो गई है.

इस पूरे मामले में सीधे तौर पर करण भूषण सिंह का नाम नहीं है लेकिन काफिला करण का ही था और हादसे में शामिल गाड़ी नंदनी एजुकेशन इंस्टिट्यूट के नाम से पंजिकृत है.

करण सिंह का कहना है कि इस हादसे से उनका कोई लेना-देना नहीं है और उनका परिवार को पूरा सहयोग रहेगा.

हादसा दुखद था, हमारे क्षेत्र का था और मैं परिजनों को पूरा सहयोग करूंगा. लेकिन मेरा काफिला था ऐसी कोई बात नहीं है. मैं बहराइच जा रहा था. हादसे की जगह से जब मैं बहुत आगे निकल चुका था तब मुझे हादसे को लेकर सूचना मिली और मैंने अपनी गाड़ी भिजवाई, जिसमें बच्चों को अस्पताल ले जाया गया. सच्चाई ये है कि कोई महिला सड़क पार कर रही थी उसी दौरान बाइक से आ रहे बच्चे गिर पड़े और फिर किसी गाड़ी से हादसा हो गया. हमारा आदमी परिजनों के साथ रुका, ड्राइवर पुलिस की गिरफ्त में है. मैं हमेशा परिवार वालों के साथ खड़ा हूं.
करण सिंह

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
×
×