उत्तर प्रदेश के ललितपुर (Uttar Pradesh's Lalitpur) में 13 साल की नाबालिग से रेप के मामले में प्रयागराज पुलिस ने आरोपी SHO को गिरफ्तार कर लिया है. इसकी जानकारी ADG प्रयागराज प्रेम प्रकाश ने दी है. दूसरी तरफ राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (NHRC) ने उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक (DGP) को नोटिस जारी कर 4 सप्ताह के भीतर रिपोर्ट मांगी है. SHO तिलकधारी सरोज पर आरोप है कि जब 13 साल की नाबालिग चार लड़कों द्वारा रेप की शिकायत दर्ज कराने आई तो SHO ने उसका रेप किया.
मालूम हो कि जिस थाने में कथित तौर पर रेप हुआ था, वहां तैनात सभी पुलिसकर्मियों को ड्यूटी से हटा दिया गया है. डीआईजी स्तर का अधिकारी मामले की जांच कर 24 घंटे के भीतर रिपोर्ट दाखिल करेगा.
क्या है पूरा मामला?
नाबालिग सर्वाइवर की मां के द्वारा दी गई तहरीर के मुताबिक, पिछले महीने की 22 तारीख को उनकी 13 साल की बच्ची को चार लड़के अगवा कर भोपाल ले गए, जहां पर उन्होंने इसके साथ दुष्कर्म किया. तीन दिन दुष्कर्म करने के बाद आरोपियों ने बच्ची को 26 अप्रैल को दरोगा के पास छोड़कर भाग गए. दरोगा ने बच्ची को उसकी मौसी को सुपुर्द कर दिया.
लिखित तहरीर के मुताबिक, सर्वाइवर को अगले दिन 27 अप्रैल को बयान दर्ज करने के लिए थाने बुलाया गया. शाम होते ही सर्वाइवर को थानाध्यक्ष तिलकधारी सरोज अपने साथ कमरे में लेकर गए जहां उसके साथ दुष्कर्म किया और बाद में सर्वाइवर को उसकी मौसी को सुपुर्द कर दिया.
FIR में सर्वाइवर की मौसी को भी आरोपी बनाया गया है क्योंकि कथित तौर पर उसकी मौजूदगी में भी रेप किया गया.
क्या पुलिस स्टेशन पर बुलडोजर चलेगा की नहीं चलेगा- अखिलेश यादव
कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि बलात्कार की घटना से पता चलता है कि कैसे "बुलडोजर" के शोर में असल सुधारों को दबाया जा रहा है.
ललितपुर में गैंगरेप सर्वाइवर के परिवार से मिलने के बाद समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि "मैं रेप पीड़िता की मां से मिलकर आया हूं. मां ने बताया कि उनकी बेटी को कितनी परेशानियों का सामना करना पड़ा है. शुरू में पुलिस ने मामले में सुनवाई नहीं की. मामले में पुलिस दोषी है"
"जिससे उम्मीद की जाती है, उनसे न्याय मिलेगा अगर वही पुलिस उस बेटी के साथ ऐसी घटना करे तो सोचिए हम किस दौर में हैं. अब बीजेपी की सरकार बताएं पुलिस स्टेशन पर बुलडोजर चलेगा की नहीं चलेगा?"
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)