उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के मेरठ (Meerut) में एक छात्र के साथ मारपीट और चेहरे पर पेशाब करने का मामला सामने आया है. जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. जानकारी के मुताबिक, बदमाशों ने पहले छात्र को किडनैप किया, फिर बेरहमी से मारपीट की और उसके बाद चेहरे पर पेशाब भी किया. पूरी घटना का वीडियो बनाया, जिसके सामने आने के बाद पुलिस ने FIR दर्ज कर मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. हालांकि, पीड़ित छात्र के पिता ने FIR दर्ज करने में गड़बड़ी का आरोप लगाया है.
परिजनों का कहना है कि आरोपी दबंग है और विश्वविद्यालय में एक पार्टी से जुड़े नेता का खास है. इसलिए पुलिस ने जबरन तहरीर बदलवाई और हल्की धाराओं में केस दर्ज किया है.
अपहरण, मारपीट के बाद चेहरे पर पेशाब
घटना दिवाली के अगले दिन यानी 13 नवंबर की शाम की है. छात्र अपनी मौसी के घर मिठाई देने के लिए निकला था. पीड़ित छात्र के मुताबिक, रास्ते में उसे अवि शर्मा, आशीष मलिक, मोहित ठाकुर और राजन मिले. उनके साथ 3 अज्ञात लड़के भी थे. सभी ने मिलकर उसका अपहरण कर लिया और गाड़ी में डालकर सेक्टर-11 की ओर ले गए.
पीड़ित छात्र के मुताबिक, बदमाशों ने उसके हाथ बांध दिए थे और हॉकी स्टिक और डंडे से कई घंटों तक रूक-रूककर पिटाई करते रहे. बदमाशों ने पिटाई का वीडियो भी बनाया. सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में पीड़ित रहम की भीख मांगता दिख रहा, लेकिन बदमाशों ने उसकी एक नहीं सुनी और पिटाई करते रहे. इसके बाद आशीष मलिक नाम के बदमाश ने पीड़ित छात्र के चेहरे पर पेशाब किया. इसका भी वीडियो बनाया गया. पीड़ित छात्र इस दौरान वीडियो न बनाने की मिन्नतें करता रहा.
पीड़ित छात्र के पिता ने FIR में गड़बड़ी का लगाया आरोप
पीड़ित छात्र के पिता के मुताबिक, उनके बेटे की पूरी रात बुरी तरह बंधक बनाकर पिटाई की गई थी. उन्होंने बताया कि इलाज के बाद उनके बेटे के जख्म तो ठीक हो गए हैं, लेकिन वह मानसिक रूप से बहुत परेशान है. पुलिस को भी इस मामले में सूचना दी गई लेकिन तहरीर में नाम देखने के बाद पुलिस ने जबरन तहरीर बदलवा दी. घटना के 3 दिन बाद यानी 16 नवंबर को पुलिस ने इस मामले में केस दर्ज किया.
"पुलिस ने जानबूझकर बहुत हल्की धाराएं लगाई है. सभी धाराएं ऐसी है जिनमें गिरफ्तारी का प्रावधान नहीं है. इसीलिए पुलिस ने अब तक गिरफ्तारी नहीं की थी. पुलिस के अधिकारियों से भी गुहार लगाई लेकिन कुछ नहीं हुआ. आरोपियों ने केस दर्ज हो जाने के बाद वीडियो को सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया. तब जाकर पुलिस ने अभी एक आरोपी को पकड़ा है. पुलिस कह रही है कि उसे कोर्ट में पेश करते ही जमानत मिल जाएगी. यह गलत हो रहा है."पीड़ित छात्र के पिता
"मेरा बेटा अवसाद में है"
पीड़ित छात्र के पिता ने आगे कहा, वीडियो वायरल होने के बाद से उनका बेटा और ज्यादा परेशान हो गया है. वह निराश है और अवसाद में है. वह काफी बेइज्जत महसूस कर रहा है. हम विशेषज्ञ से उसकी काउंसलिंग कराएंगे.
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि हम पुलिस अधिकारियों से इस मामले में किडनैपिंग और बंधक बनाकर पिटाई करने की धाराओं को बढ़ाने की गुहार भी कर चुके हैं. केस में धारा 307 (हत्या का प्रयास) भी नहीं लगाई गई है.
FIR रिपोर्ट के मुताबिक, 4 नामजद सहित 7 लोगों के खिलाफ खिलाफ IPC की धारा 147 (उपद्रव या दंगा), 323 (जानबूझ कर किसी को स्वेच्छा से चोट पहुंचाना), 504 (शांति भंग करने के इरादे से जानबूझकर अपमान करना) और 506 (आपराधिक धमकी देना) के तहत मामला दर्ज किया गया है.
मेरठ के एसपी सिटी पीयूष कुमार सिंह ने बताया कि मेडिकल थाने में केस दर्ज किया गया है. केस में धारा 294 (अश्लील कृत्य या शब्द) बढ़ाई गयी है. मुख्य आरोपी आशीष मलिक को गिरफ्तार कर लिया गया है. बाकी आरोपियों की तलाश जारी है.
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