महिलाओं के खिलाफ एक और जघन्य अपराध की वारदात सामने आयी है. मुंबई (Mumbai) के मीरा रोड इलाके में घरेलू विवाद को लेकर एक 56 वर्षीय व्यक्ति ने अपनी 32 वर्षीय लिव-इन पार्टनर की कथित तौर पर हत्या कर दी. ANI ने मुंबई के डीसीपी जयंत बजबले के हवाले से बताया कि प्रारंभिक जांच में पता चला है कि पीड़ित सरस्वती वैद्य की हत्या कर दी गई है.
आरोपी ने शरीर को 20 टुकड़ों में काटा
आरोपी की पहचान मनोज साहनी के रूप में हुई है और उसने सबूत मिटाने के लिए कथित तौर पर कटर का इस्तेमाल कर मृतका की शरीर को करीब 20 टुकड़ों में काट दिया.
पुलिस ने आरोपी को किया गिरफ्तार
मनोज साहनी को नया नगर पुलिस ने हिरासत में लिया है और उससे पूछताछ की जा रही है. द इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, पुलिस ने कहा कि उस पर हत्या और सबूत नष्ट करने की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया जायेगा.
क्या है मामला?
वैद्य और साहनी कथित तौर पर आकाशगंगा भवन में किराये के फ्लैट में करीब आठ साल से रह रहे थे. पड़ोसियों ने बुधवार, 7 जून को पुलिस को बताया कि दंपति के फ्लैट से दुर्गंध आ रही थी.
फ्लैट का दरवाजा तोड़ निकाला शव
जब पुलिस बिल्डिंग में पहुंची और फ्लैट के दरवाजे को तोड़ा, तो उन्हें एक महिला का क्षत-विक्षत शव मिला, जिसके टुकड़े-टुकड़े हो गए थे. पुलिस ने उसके लिव-इन पार्टनर की तलाश शुरू की और बाद में उसे बिल्डिंग से दबोच लिया गया.
पुलिस आरोपी से कर रही पूछताछ
इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, जयंत बाजबले ने कहा, "प्रारंभिक जांच में, ऐसा लगता है कि आरोपी ने सबूत नष्ट करने के लिए शव के टुकड़े-टुकड़े कर दिए. हमने आरोपी को उस समय पकड़ लिया जब वह बिल्डिंग से बाहर निकलने की कोशिश कर रहा था. हम उससे और पूछताछ कर रहे हैं."
पुलिस ने कहा कि सैनी ने 4 जून को वैदा की हत्या की और वह शरीर के कुछ हिस्सों को ठिकाने लगाने में कामयाब रहा.
श्रद्धा वाकर हत्याकांड की दिलाई याद
मुंबई में हुई इस घटना ने श्रद्धा वाकर और निक्की यादव की क्रूर मर्डर की याद दिला दी, जिसमें श्रद्धा की कथित तौर पर दिल्ली में उसके लिव-इन पार्टनर ने हत्या कर दी थी.
हाल ही में, हैदराबाद पुलिस ने शहर में एक व्यक्ति को कथित तौर पर एक महिला की हत्या करने, उसके शरीर के टुकड़े करने और उन्हें अपने घर में एक रेफ्रिजरेटर और एक सूटकेस में रखने के आरोप में गिरफ्तार किया था.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)