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दिल्ली की तिहाड़ जेल में गैंगवार, गैंगस्टर प्रिंस तेवतिया की चाकू मारकर हत्या

Gangster Prince Tewatia Murder: प्रिंस के खिलाफ दिल्ली के अलग-अलग थानों में कुल 15 FIR दर्ज हैं.

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दिल्ली की तिहाड़ जेल में गैंगवार (Tihar Jail Gangwar) की बड़ी वारदात सामने आई है. बताया जा रहा है कि इस वारदात में गैंगस्टर प्रिंस तेवतिया की चाकूओं से गोदकर हत्या कर दी गई है. तिहाड़ जेल के PRO अरविंद कुमार ने क्विंट हिंदी से बातचीत में बताया कि शुक्रवार, 14 अप्रैल को तिहाड़ की जेल नंबर 3 में शाम 5:30 बजे गैंगवार की वारदात हुई, जिसमें 4 कैदी घायल हुए. सभी घायलों को दीन दयाल अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां, डॉक्टरों ने प्रिंस तेवतिया को मृत घोषित कर दिया.

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प्रिंस ने शुक्रवार, 14 अप्रैल की शाम 5:30 बजे के करीब अतातुर्र रहमान पर अटैक कर दिया था और दौड़ा-भगाकर मारा था. इसके बाद उसके कुछ लोग और प्रिंस की तरफ से कुछ लोग आपस में भिड़ गए. इन्होंने बर्तनों को तोड़फोड़कर हथियार बना लिया था और उसी से एक दूसरे पर हमला कर दिया था. इसमें बॉबी, विनय, अतातुर्र रहमान और प्रिंस घायल थे.
अरविंद कुमार, PRO, तिहाड़ जेल

अरविंद कुमार ने बताय कि "इसके बाद जेल नंबर 3 में सेंट्रल अस्पताल है. वहां, इनका प्राथमिक इलाज किया गया उसके बाद इन्हें दिल्ली के दीन दयाल अस्पताल रेफर कर दिया गया. वहां, डॉक्टरों ने प्रिंस तेवतिया को मृत घोषित कर दिया. हालांकि, बॉबी, विनय और अतातुर्र रहमान की हालत स्थिर बनी हुई है."

तेवतिया खुद की गैंग चलाता था. लेकिन, इसके गैंग को पीछे से लॉरेंस विश्नोई गैंग का सपोर्ट था. इस मामले हम मामला भी दर्ज कर रहे हैं, साथ ही जांच के लिए कमेटी भी बनाई जा रही है.
अरविंद कुमार, PRO, तिहाड़ जेल

कौन है प्रिंस तेवतिया?

गैंगस्ट प्रिंस तेवतिया का एक भाई और एक बहन है. उसके पिता DDA से रिटायर हैं. प्रिंस की पढ़ाई में उसकी रुचि नहीं थी. 10वीं तक पढ़ाई के बाद वह अपनी कॉलोनी के गलत लोगों के संपर्क में आ गया था. साल 2008 में प्रिंस के खिलाफ पहली बार मामला दर्ज किया गया था.

2010 में उसे अंबेडकर नगर थाने में एक हत्या के मामले में गिरफ्तार किया गया था. इस मामले में उसने एक सिख लड़के की हत्या कर दी थी, क्योंकि उस लड़के ने अपने पिता को थप्पड़ मारा था.

इस हत्या के मामले में जब प्रिंस जेल में था, तो उसने अदालत में नाबालिग होने के जाली दस्तावेज दायर किए. इसके बाद अदालत के निर्देश पर पीएस साकेत में जालसाजी और धोखाधड़ी का एक और मामला दर्ज किया गया. वह 2015 में जेल से बाहर आया और फिर से अपराध करना शुरू कर दिया. इसके कुछ महीनों बाद पुलिस ने फिर से गिरफ्तार कर लिया.

2016 में उसे फिर से लूट और हत्या के प्रयास के दो अलग-अलग मामलों में पुलिस ने गिरफ्तार किया. इसके बाद वह 2019 में अपनी शादी के लिए तीन दिन के पैरोल पर जेल से बाहर आया और फिर पैरोल जंप कर गया. प्रिंस को अक्टूबर, 2019 में स्पेशल सेल ने एक मुठभेड़ में गिरफ्तार किया था, जिसमें उसके पैर में गोली लगी थी.

7 महीने जेल में रहने के बाद 2020 में वह अंतरिम जमानत पर जेल से बाहर आया और फिर कोर्ट में जाली कोरोना सर्टिफिकेट जमा कर दिया. कोर्ट के निर्देश पर फिर तिलक मार्ग थाने में धोखाधड़ी और जालसाजी का मामला दर्ज किया गया. उसने अपनी जमानत तोड़कर वजीराबाद क्षेत्र में एक हत्या और प्रीत विहार और वजीराबाद क्षेत्र में रंगदारी के लिए फायरिंग की दो घटनाएं की. उसे अक्टूबर, 2020 में आर्म्स एक्ट मामले में विशेष सेल ने फिर से गिरफ्तार किया और तब से वह न्यायिक हिरासत में था.

प्रिंस ने अपनी पत्नी के ऑपरेशन के बहाने अंतरिम जमानत के लिए आवेदन किया. इसपर 15 सितंबर 2021 तक दिल्ली हाइ कोर्ट ने अंतरिम जमानत दे दी. इसके बाद प्रिंस ने अंतरिम जमानत के विस्तार की याचिका डाली, जिसे 16 सितंबर 2021 को कोर्ट ने खारिज कर दिया था, लेकिन उसने खुद को सरेंडर नहीं किया.

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