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राजस्थान पुलिस का बेंगलुरु में 'कैंप', गिरफ्त में REET पेपर लीक का मास्टरमाइंड

भूपेंद्र सारण 2011 में GNM भर्ती पेपर आउट प्रकरण और 2022 में पुलिस कॉन्स्टेबल भर्ती पेपर लीक मामले में भी शामिल था.

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राजस्थान (Rajasthan) एसओजी ने शिक्षक भर्ती पेपर लीक (REET Paper leak) के मास्टरमाइंड भूपेंद्र सारण को 23 फरवरी को गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी को बेंगलुरु एयरपोर्ट से अरेस्ट किया गया है. पिछले छह दिनों से राजस्थान पुलिस बेंगलुरु में कैंप कर रही थी. भूपेंद्र पर एक लाख का इनाम घोषित है. पुलिस इसे लेकर उदयपुर जाएगी.

एसओजी-एटीएस एडीजी अशोक राठौड़ ने बताया- बुधवार दोपहर में भूपेंद्र सारण के मूवमेन्ट की पुख्ता जानकारी मिली थी. उदयपुर में भूपेंद्र सारण के खिलाफ मामला दर्ज हुआ था. इसी मामले में वह फरार चल रहा था. उदयपुर जिले के पुलिस दल को भी इस ऑपरेशन में शामिल किया गया था.

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जीएनएम भर्ती और पुलिस कॉन्स्टेबल भर्ती पेपर लीक में था शामिल 

भूपेंद्र सारण साल 2011 में जीएनएम भर्ती पेपर आउट प्रकरण और वर्ष 2022 में पुलिस कॉन्स्टेबल भर्ती पेपर लीक मामले में भी शामिल था. पुलिस जयपुर से भूपेंद्र सारण की गर्लफ्रेंड और पत्नी को गिरफ्तार कर चुकी है. भूपेन्द्र सारण अहमदाबाद से फ्लाइट लेकर बेंगलुरु आया था. एसओजी के पास इनपुट था कि आरोपी अहमदाबाद से बेंगलुरु जा रहा है. इसी आधार पर टीम को एयरपोर्ट भेजा गया था.

एसओजी ने पेपर लीक प्रकरण के मुख्य आरोपी भूपेंद्र सारण और सुरेश ढाका को मुख्य अभियुक्त बताया था. सरकार के नए कड़े कानून के तहत भूपेंद्र सारण के मकान पर बिल्डिंग नियमों का उल्लंघन पाया गया. इसी कड़ी में फ्रंट और बैक साइड के अवैध निर्माण को जेडीए द्वारा तोड़ने की कार्रवाई को पिछले दिनों अंजाम दिया गया था.

आरोपी भूपेन्द्र सारण पकड़ने में पुलिस निरीक्षक मोहन पोसवाल एसओजी जयपुर, एटीएस-एएसआई बृजेश सिंह, एटीएस- हेड कांस्टेबल सचिन भारद्वाज, महावीर सिंह, जोधपुर ग्रामीण एसआई लाखाराम, एएसआई देवाराम और कांस्टेबल भवानी चौधरी की अहम भूमिका रही.

एसओजी ने शिक्षक परीक्षा पेपर लीक के मास्टरमाइंड भूपेंद्र सारण पर पहले से 25-25 हजार रुपए का ईनाम घोषित कर रखा था, लेकिन वह फरार चल रहा था. ऐसा कहा जा रहा था कि वो वह विदेश भाग गया है, लेकिन ऐसी भी सूचनाएं पुलिस को मिली कि आरोपी भारत में ही कहीं छिपा हुआ है. पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार करने के लिए प्रदेश के सभी जिलों में दबिश दी थी. आरोपी के लापता होने के बाद पुलिस ने ईनाम की राशि बढ़ाकर एक लाख रुपए कर दी थी.

(इनपुट-पंकज सोनी)

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