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रामभक्त गोपाल ने शेयर किया बंदूक के साथ वीडियो,बच्चों को धमकाया

वीडियो शेयर करने और उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई का आह्वान करने के बाद अपने ट्विटर अकाउंट को प्राइवेट कर लिया है.

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2020 में जामिया मिलिया इस्लमिया (Jamia Millia Islamia) के पास नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के विरोध में फायरिंग करने वाले शूटर रामभक्त गोपाल (Ramgopal Bhakt) ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट से भड़काऊ वीडियो वायरल होने के बाद एक और विवाद खड़ा कर दिया है. रामभक्त गोपाल जमानत पर है. उसने कई सोशल मीडिया यूजर्स द्वारा ऐसे वीडियो शेयर करने और उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई का आह्वान करने के बाद अपने ट्विटर अकाउंट को प्राइवेट कर लिया है.

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गोपाल को पिछले साल हरियाणा की एक अदालत ने जमानत दी थी, जब उन्हें पटौदी में एक 'महापंचायत' के दौरान मुस्लिम समुदाय के खिलाफ सांप्रदायिक भाषण देने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था.

शेयर किये गए एक वीडियो में देखा जा सकता है कि एक कार की विंडो से बाहर की ओर इशारा करते हुए बंदूक की बैरल को बच्चों को धमकाने के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है, जो भाग जाते हैं या दूर चले जाते हैं और कुछ इसे देखते ही दरवाजे बंद कर देते हैं.

कार कभी-कभी रुक जाती है जब बच्चे अपनी ओर गन पॉइंट होती देख हैरान होते हैं और गेट बंद कर लेते हैं. इसके बाद ही गाड़ी आगे बढ़ती है. वीडियो पर हिंदी में "गौ रक्षा दल, मेवात रोड, हरियाणा" शब्द लिखे गए हैं.

एक अन्य वीडियो में लड़कों के एक ग्रुप को पिस्तौल दिखाते हुए और एक एसयूवी की पिछली सीट पर एक युवक को घसीटते हुए दिखाया गया है, जबकि वह जमीन पर लेट गया और खुद को छुड़ाने के लिए संघर्ष कर रहा है. इन लड़कों ने उसके हाथ और पैर पकड़ लिए और उसे पीछे की सीट पर डंप करने के लिए उठा लिया. वीडियो को कथित तौर पर कैप्शन के साथ पोस्ट किया गया था "गाय तस्कर को दूर ले जाते हुए."

दोनों वीडियो में सैकड़ों सपोर्टिव कमेंट्स के साथ स्लीक एडिटिंग और शानदार बैकग्राउंड म्यूजिक है.

सोशल मीडिया की भारी आलोचना के बाद अपने इंस्टाग्राम अकाउंट को निजी बनाने के बाद, रामभक्त गोपाल ने अपने खिलाफ कार्रवाई की मांग करने वालों को जवाब देने के लिए ट्विटर का सहारा लिया है.

गोपाल नियमित रूप से हरियाणा में अलग- अलग 'हिंदू महापंचायतों' में विवादास्पद सांप्रदायिक टिप्पणी करता है. उसने पिछले साल हरियाणा के पटौदी में 'महापंचायत' में भारी भीड़ का नेतृत्व करने के लिए सुर्खियां बटोरी थीं, जहां कथित तौर पर घृणित और सांप्रदायिक नारे लगाए गए थे. उसे इस मामले में गिरफ्तार किया गया था और बाद में हरियाणा की एक अदालत ने उन्हें जमानत दे दी थी.

(न्यूज इनपुट्स - एनडीटीवी)

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