ग्रेटर नोएडा (Greater Noida) स्थित शिव नादर यूनिवर्सिटी (Shiv Nadar University) में 18 मई को स्नेहा चौरसिया नाम की छात्रा की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. इसके बाद आरोपी छात्र की कथित तौर से सुसाइड से मौत हुई थी. अब इस मामले में हत्यारोपी छात्र को पिस्टल बेचने के आरोप में पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार किए गए आरोपियों में बुलंदशहर का नवीन भाटी, गौतमबुद्धनगर का दिव्यांश अवस्थी और लखनऊ का शेखर कौशल शामिल है.
पुलिस के मुताबिक शेखर कौशल और दिव्यांश ने ये पिस्टल 35 हजार रुपए में नवीन भाटी को दी. इसके बाद नवीन ने पिस्टल को मृतक और हत्यारोपी छात्र अनुज कुमार को बेची थी. फिर 18 मई को इसी पिस्टल से स्नेहा का कत्ल किया गया था.
आरोपी नवीन भाटी ने अपने बयान में कहा कि
"मैं अनुज को जानता था, अप्रैल में उसने मुझसे पिस्टल मांगी थी. मैं दिव्यांश के यहां गाड़ी चलाने का काम करता हूं. मैंने उनसे पिस्टल का जिक्र किया. दिव्यांश ने कहा कि मेरे फ्लैट पर दोस्त शेखर कौशल की पिस्टल रखी हुई है, उससे बात करके पिस्टल दिलवा दूंगा."
पुलिस का कहना है कि बेची गई पिस्टल के 35 हजार रुपए में से 15-15 हजार रुपए शेखर और दिव्यांश के हिस्से में आए, जबकि 5 हजार रुपए नवीन ने खुद रखे थे.
अुनज पर आरोप- स्नेहा की हत्या की, फिर सुसाइड से खुद की मौत
18 मई को ग्रेटर नोएडा की शिव नादर यूनिवर्सिटी में अमरोहा निवासी छात्र अनुज सिंह ने कथित तौर पर अपनी क्लासमेट स्नेहा की गोली मारकर हत्या कर दी थी. इसके बाद उसने खुद को भी कथित तौर पर गोली मार ली था. छात्रा कानपुर की रहने वाली थी. दोनों BA सोशियोलॉजी थर्ड ईयर में पढ़ाई करते थे.
यूनिवर्सिटी प्रशासन और कर्मचारियों पर भी FIR
स्नेहा हत्याकांड में मृतका के पिता राजकुमार चौरसिया ने हत्यारोपी और मृतक छात्र अनुज सहित यूनिवर्सिटी प्रशासन, यूनिवर्सिटी कर्मचारी आशुतोष पांडेय, करन और अंशु पर आईपीसी सेक्शन-302, 354(घ) और 120बी का केस दर्ज किया है.
FIR के मुताबिक स्नेहा को हत्या करने के कई दिनों पहले से अनुज परेशान कर रहा था. स्नेहा के पिता राजकुमार चौरसिया का आरोप हो कि उन्होंने यूनिवर्सिटी प्रशासन को अनुज पर कार्रवाई करने के लिए कहा लेकिन प्रशासन ने उस पर कोई कार्रवाई नहीं की. इसके बाद अनुज ने 18 मई को स्नेहा की गोली मारकर हत्या कर दी.
ग्रेटर नोएडा एडीसीपी अशोक कुमार ने कहा कि
हत्याकांड में जो हथियार प्रयोग में लाया गया था उसके संबंध में दायर मुकदमे की विवेचना और साक्ष्य संकलन के दौरान ये तथ्य सामने आए कि मृतक अनुज कुमार द्वारा अपने बुलंदशहर में रहने वाले दोस्त नवीन कुमार भाटी से पिस्टल खरीदने की बात हुई थी. इसके लिए उसने 25 हजार रूपए पेटीएम के जरिए और 10 हजार रूपए कैश दिए थे.
नवीन कुमार भाटी ने अपने दोस्त दिव्यांश अवस्थी और शेखर कौशल से पिस्टल का सौदा करवाया था. इसके बाद अनुज ने जाकर पिस्टल और कारतूस ली थी और वो 20 अप्रैल को इसे लेकर यूनिवर्सिटी में आया था. इसके बाद ये घटना हुई है.
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