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'उसने मुझे मरने के लिए छोड़ दिया' -दिल्ली की महिला का पति पर आग से जलाने का आरोप

उसने मेरे शरीर पर थिनर (पेंट रिमूवर) फेंका और माचिस की तीली से मुझे जला दिया: पीड़िता

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हमारे बीच बहुत लड़ाई होती थी, उस दिन लड़ाई कुछ इस हद तक बढ़ गई कि मैं डर गई कि वो मुझे मार देगा.उस दिन मैं अपने पेरेंट्स के घर चली गई और जबतक हालात सामान्य ना हो वहीं रहने का फैसला किया.

दिल्ली (Delhi) के सफदरजंग अस्पताल (Safdurjung Hospital) के बर्न वॉर्ड में भर्ती सात महीने की गर्भवती खुशबू सिंह ने द क्विंट को आपबीती बताते हुए अपनी शादीशुदा जिंदगी का दर्द बयां किया.

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6 जनवरी की सुबह, खुशबू का बड़ा डर सच में बदल गया, जब उनके पति ने कथित तौर पर खुशबू को आग के हवाले कर दिया. मामला उत्तरी दिल्ली के बवाना का है, जहां वह अपने पति के साथ एक किराए के मकान में रहती हैं.

खुशबू ने बताया कि, '5 जनवरी की रात को हमारी बहस हो गई, वह अपना कर्ज चुकाने के लिए मेरे गहने बेचना चाहता था. मैंने मना कर दिया. अगली सुबह, उसने मेरे शरीर पर थिनर (पेंट रिमूवर) फेंका और माचिस की तीली से मुझे जला दिया." उसने मुझे मरने के लिए छोड़ दिया."

26 साल की खुशबू जब ये बातें बता रही थीं, तब उनकी आवाज कांप रही थी, उनके चेहरे, हाथों पर जलने के निशान हैं.

9 जनवरी को भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 498ए (महिला के साथ क्रूरता, उसके पति या पति के रिश्तेदार द्वारा) और 307 (हत्या का प्रयास) के तहत बवाना पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज की गई थी.

दिल्ली महिला आयोग (DCW) ने भी इस मामले में दिल्ली पुलिस को नोटिस जारी किया है.

आरोपी भी अस्पताल में भर्ती, इसलिए अब तक गिरफ्तारी नहीं

खुशबू ने अप्रैल 2022 में वीर प्रताप से शादी की थी. खुशबू ने द क्विंट को बताया कि इन आठ महीनों में वे ज्यादा से ज्यादा केवल तीन महीने साथ रहे.

खुशबू की मां दिवस सिंह ने बताया कि, "वह शराब पीने के बाद अक्सर मेरी बेटी को मारता था." उन्होंने कहा कि, "नए साल के एक दिन पहले वह हमारे घर आया और हमारी बेटी को अपने घर वापस ले जाने की विनती कर रहा था. हमें लगा बच्चे हैं, नया साल मनाएंगे तो चीजें ठीक हो जाएंगी."

वीर प्रताप को अभी तक गिरफ्तार नहीं किया गया है. क्योंकि वह भी अस्पताल में भर्ती है. डीसीपी देवेश कुमार ने कहा, "उनके दोनों पैर और दोनों हाथ जल गए हैं. सफदरजंग अस्पताल में उनका इलाज भी चल रहा है. इसलिए अब तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है."

द क्विंट ने वीर प्रताप सिंह को अपनी बात रखने को कहा, लेकिन उन्होंने बात करने से मना कर दिया.

डीसीपी ने बताया कि, खुशबू ने पहले पुलिस को बताया था कि वह गलती से जल गई थी. उसने कहा था कि वह अपने पति और एक अन्य लड़के के साथ अलाव के पास बैठी थी. अलाव बुझने वाला था इसलिए लड़के ने आग को बढ़ाने के लिए थिनर को आग में फेंका. उसने पुलिस को बताया कि आग की लपटें तेज हो गई और वह झुलस गई."

पुलिस अधिकारी ने कहा था कि मामला एसडीएम नरेला के संज्ञान में लाया गया था. पुलिस अधिकारी ने 9 जनवरी को अपडेट किया कि "उसने कार्यकारी मजिस्ट्रेट के सामने अपने पति के खिलाफ बयान दिया है. इसके बाद एफआईआर दर्ज की गई.

अपने पहले के बयान के बारे में, खुशबू ने द क्विंट को बताया कि, वह "दवाओं की भारी खुराक के प्रभाव में थी, और उसके पति ने उससे जो कहा, उसने वही बताया."

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"मैं अपने पति के साथ नहीं रहना चाहती"

इस बीच खुशबू के भाई संदीप सिंह ने कहा कि परिवार चाहता है कि आरोपी को सजा मिले. उन्होंने कहा, "जुर्माना या जेल की सजा से मेरी बहन के दर्द का दूर नहीं होगा. लेकिन हम अभी भी उम्मीद कर रहे हैं कि उसकी हालत के लिए जिम्मेदार व्यक्ति को दंडित किया जाएगा."

हालांकि खुशबू इस बात से राहत महसूस कर रही हैं कि उनका बच्चा खतरे से बाहर है. खुशबू ने कहा कि, "डॉक्टरों ने हमें बताया कि बच्चा जीवित है लेकिन अभी भी गंभीर है. मुझे नहीं लगता कि उसने जो किया उससे मैं कभी उबर पाऊंगी. मैं उसके साथ नहीं रहना चाहती."

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