RO/ARO Preliminary Examination canceled: पेपर लीक के आरोपों पर अभ्यर्थियों के भारी विरोध के बाद आखिरकार उत्तर प्रदेश RO/ARO प्रारंभिक परीक्षा को भी रद्द कर दिया गया है. CM योगी ने आदेश दिए हैं कि 6 महीने में फिर से परीक्षा होगी. मामले की STF जांच के आदेश देते हुए CM योगी ने कहा है कि दोषियों को कठोरतम सजा दी जायेगी.
इससे पहले पेपर लीक के आरोपों के बीच उत्तर प्रदेश पुलिस सिपाही भर्ती परीक्षा को भी रद्द कर दिया गया था. इस परीक्षा को भी 6 महीने के अंदर फिर से आयोजित किया जाएगा.
11 फरवरी को परीक्षा होने के बाद से ही पेपर लीक का मामला गर्माया हुआ था. अभ्यर्थी जगह-जगह विरोध प्रदर्शन कर रहे थे. पूरे विवाद की शुरुआत गाजीपुर के मुहम्मदाबाद इलाके के एक एग्जाम सेंटर एसएमएन इंटर कॉलेज से हुई. पेपर लीक के आरोप सामने आते ही 58 जिलों के 2387 केंद्रों पर आयोजित इस परीक्षा में बैठे लाखों अभ्यर्थियों का भविष्य दांव पर लग गया.
"युवाओं के दोषियों को ऐसी सजा दिलाएंगे जो बनेगी नजीर: CM योगी"
सीएम योगी आदित्यनाथ ने 11 फरवरी को आयोजित हुई समीक्षा अधिकारी/सहायक समीक्षा अधिकारी (प्री) परीक्षा, 2023 की शनिवार को समीक्षा की गई. इस परीक्षा में कथित रूप से पेपर के सोशल मीडिया पर वायरल होने के शिकायतें मिली थीं. शुरूआती जांच के बाद शासन को उपलब्ध कराए गये सबूत और आयोग से मिली रिपोर्ट को देखने के बाद सीएम योगी ने परीक्षा को रद्द करने का आदेश दिया.
CM योगी ने यह भी निर्देश दिए हैं कि आपराधिक कृत्य में व्यक्तियों को चिन्हित कर उनके खिलाफ कड़ी वैधानिक व दण्डात्मक कार्यवाही करने हेतु यह प्रकरण राज्य की एसटीएफ को संदर्भित कर दिया जाए। एस.टी.एफ. शीघ्रातिशीघ्र इसकी विवेचना संपन्न करेगी तथा इस कृत्य में लिप्त सभी उत्तरदायी व्यक्तियों के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी।
हिंदी क्विंट में इस घटना से जुड़े तीन किरदारों से बात की और जाना कि विवाद की शुरुआत कैसे हुई? नीचे दिए लिंक पर क्लिक करें और पढ़ें कि कैसे तीनों किरदारों के बयान परीक्षा पर सवाल उठाते हैं?
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