ADVERTISEMENTREMOVE AD

गुजरात: सीज 21000 Cr की हेरोइन का पाकिस्तान कनेक्शन, इसके पीछे आतंकी संगठन-NIA

'मुंद्रा बंदरगाह से पकड़ी गई हेरोइन की तस्करी में शामिल लोगों के पाकिस्तान में आतंकी समूहों से संबंध हैं'

Published
story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा

गुजरात के मुद्रा पोर्ट (Mundra drug haul case) पर बरामद की गई करीब 21 हजार करोड़ की हिरोइन मामले में NIA ने बड़ा खुलासा किया है. NIA ने अपने जांच में बताया है कि पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन के आदेश पर भारत में हेरोइन बेचकर मुनाफा कमाया जाता था और इस पैसे को हवाला चैनलों के जरिए विदेश भेज दिया जाता था. फिर इसका इस्तेमाल भारत विरोधी गतिविधियों में किया जाता था. इस मामले में NIA ने गुजरात की विशेष अदालत के सामने 16 लोगों के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया है.

राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने अहमदाबाद की एक विशेष अदालत को बताया कि पिछले साल सितंबर में गुजरात के मुंद्रा बंदरगाह से पकड़ी गई करीब 3,000 किलोग्राम हेरोइन की तस्करी में शामिल लोगों के पाकिस्तान में आतंकी समूहों से संबंध हैं.
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA)

बरामद हेरोइन की कीमत करीब 21 हजार करोड़ आंकी गई थी 

NIA ने मामले में सोमवार को 16 लोगों के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया, जिनमें 11 अफगानी, 4 भारतीय और एक ईरानी नागरीक शामिल है. बता दें, हेरोइन की जब्ती राजस्व खुफिया निदेशालय ने की थी और इस खेप की कीमत 21,000 करोड़ रुपये से अधिक की बताई जा रही थी.

एनआईए ने एक बयान में कहा कि नशीले पदार्थों की तस्करी की आय को पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठनों के इशारे पर हवाला चैनलों के जरिए विदेश भेजा जाना था. उसके बाद इसका इस्तेमाल भारत विरोधी गतिविधियों में करना था.

साजिशकर्ताओं के तार पाकिस्तान के आतंकी संगठन से जुड़े हैं: NIA

वहीं, आरोपी मोहम्मद हसन हुसैन डैड, मोहम्मद हसन डैड और अन्य सह-साजिशकर्ताओं के लिंक भी पाकिस्तान स्थित प्रतिबंधित आतंकी संगठनों के साथ सामने आए हैं. हसन डैड और हुसैन डैड अफगानिस्तान के कंधार स्थित मेसर्स हसन हुसैन लिमिटेड के प्रमोटर हैं. अधिकारियों ने कहा कि यह कंपनी थी, जिसने हेरोइन को 'Semi-Processed talc' पत्थरों के रूप में खेप भेजा था. खेप कंधार के रास्ते ईरान के बंदरगाह के जरिए भेजी गई. भारत में, यह चेन्नई स्थित युगल मचावरम सुधाकर और उनकी पत्नी गोविंदराजू दुर्गा पूर्ण वैशाली की ओर से संचालित आंध्र स्थित मेसर्स आशी ट्रेडिंग कंपनी को प्राप्त करना था.

एनआईए ने कहा कि पिता और आरोपी एम सुधाकर, डीपी वैशाली और राजकुमार पेरुमल, मेसर्स आशी ट्रेडिंग कंपनी के साथ-साथ भारत में भारी मात्रा में नशीले पदार्थों की तस्करी के लिए एक आपराधिक साजिश में शामिल थे. वहीं, NIA ने कहा कि सितंबर, 2021 में भेजी गई खेप को इंटरसेप्ट किया गया था, जबकि पहले की खेप दिल्ली और पंजाब में वितरण के लिए दिल्ली के एक गोदाम में रखी गई थी.

NIA ने 16 लोगों के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया

NIA की ओर से 16 आरोप पत्र में गिरफ्तार किए गए. इनमें 6 अन्य फरार हैं. गिरफ्तार किए गए लोगों में मचावरम सुधाकर, उनकी पत्नी डीपी वैशाली, राजकुमार पेरुमल और प्रदीप कुमार हैं. सभी भारत से हैं. मोहम्मद ख़ान अख़लाक़ी, सईद मोहम्मद हुसैनी, फरदीन अमेरी, शोभन आर्यनफर, आलोकोजई मोहम्मद खान और मुर्तजा हकीमी ये सभी सभी अफगान नागरिक हैं. वहीं, 6 फरार डैड्स, ईरानी नागरिक जवाद नजफी और अफगान नागरिक नजीबुल्लाह खान खालिद, एस्मत उल्लाह होनारी और अब्दुल हादी अलीजादा है.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
×
×